scorecardresearch
 

सीक्रेट पहचान, लगातार बदलते ठिकाने और रेंजर्स की सुरक्षा... दाऊद इब्राहिम को ऐसे पाल रहे PAK और ISI

भारत के मोस्ट वॉन्टेड टेररिस्ट और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का अंत अब करीब आ गया है. करीब 20 घंटे से भारत से लेकर पाकिस्तान तक में दाऊद इब्राहिम को जहर दिए जाने की खबर है. ये खबर तेजी से फैली है कि दाऊद को कुछ 'अज्ञात लोगों' ने जहर दिया है. उसकी हालत बिगड़ गई है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

Advertisement
X
भारत के दुश्मन नंबर एक दाऊद इब्राहिम को जहर दिए जाने की खबर है.
भारत के दुश्मन नंबर एक दाऊद इब्राहिम को जहर दिए जाने की खबर है.

भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी दाऊद इब्राहिम का अंत करीब आ गया है. उसे जहर दिए जाने की खबर है. दाऊद दो दिन से कराची के एक हॉस्पिटल में भर्ती है. वहां सुरक्षाबलों का कड़ा पहरा है. यहां तक कि दाऊद को लेकर पाकिस्तान सरकार से लेकर स्थानीय मीडिया भी चुप्पी साधे है. वहीं, पाकिस्तानी पत्रकार आरजू काजमी ने दावा किया है कि दाऊद मौत के बेहद करीब है. अतंरराष्ट्रीय आतंकी-डी कंपनी ने इस तरह की खबर से इंकार किया है.

बता दें कि पाकिस्तान में रविवार शाम अचानक दाऊद इब्राहिम (67 साल) को जहर दिए जाने की खबर आई. उसे गंभीर हालत में कराची के हॉस्पिटल में एडमिट किए जाने का दावा किया गया. ठीक उसी समय इमरान खान की पार्टी PTI की वर्चुअल रैली थी. अचानक पूरे देश में इंटरनेट ठप कर दिया गया. पाकिस्तानी पत्रकार काजमी का कहना है कि इंटरनेट पर अभी भी पहरा है. कहीं स्पीड स्लो है. कई इलाकों में इंटरनेट सेवाएं ठप हैं. वीपीएन के जरिए लोगों को काम करना पड़ रहा है.

'1986 में पहली बार दुबई भागा था दाऊद'

दाऊद 1986 में पहली बार भारत छोड़कर दुबई भागा था. दाऊद भारतीय कानून में 30 साल से भगोड़ा है और पाकिस्तान में छिपा बैठा है. वो 1993 के मुंबई सिलसिलेवार बम विस्फोट मामले में मुख्य आरोपी है. इसके अलावा, भारत में कई आतंकी हमलों में शामिल रहा है. दाऊद के बारे में कहा जाता है कि वो लगातार ठिकाने बदलता रहता है. कई देशों में उसके कारोबार हैं. शुरुआत दिनों में वो दुबई में रहा. बाद में परिवार समेत पाकिस्तान में आकर छिप गया. इतना ही नहीं, पाकिस्तान में दाऊद को सुरक्षा में रखा गया है. 

Advertisement

खुफिया एजेंसी आईएसआई खुद संभाले सुरक्षा की पूरी कमान

बताते चलें कि पाकिस्तान अब तक दाऊद इब्राहिम के वहां छिपे होने की बात छिपाता रहा है. सालों से पाकिस्तान में छिपे दाऊद इब्राहिम के इर्द-गिर्द सुरक्षा का तगड़ा घेरा है. वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई से लेकर पाकिस्तान की फौज तक उसकी हिफाजत करती रही है. हालांकि पाकिस्तान इस बात से ही इनकार करता रहा है कि दाऊद पाकिस्तान में छिपा है, लेकिन वक्त-वक्त पर अलग-अलग सूत्रों के हवाले से ना सिर्फ उसके पाकिस्तान में होने की खबर सामने आती रही है, बल्कि उसके कराची के क्लिफ्टन रोड में मौजूद मकान की भी पहचान हो चुकी है, जिससे ये पता चलता है कि दाऊद पाकिस्तान में ही है. 

'पाकिस्तान को सौंपी गई थी डोजियर की कॉपी'

हालांकि दाऊद को लेकर तैयार भारत के डोजियर में दाऊद के सिर्फ पाकिस्तान में होने का दावा ही नहीं है, बल्कि सबूत के तौर पर उसके पाकिस्तान पासपोर्ट की कॉपी भी भारत के पास मौजूद है, जिसमें वो क्लीन शेव्ड नजर आ रहा है. भारतीय सूत्रों का दावा है कि वो इसी पाकिस्तानी पासपोर्ट से अक्सर पाकिस्तान से दुबई आता जाता रहा है. बताते हैं कि दाऊद के पास कोई एक-दो नहीं बल्कि 14 पासपोर्ट हैं. उसके पाकिस्तान में अलग-अलग 9 पते हैं. खुफिया एजेंसियों को दाऊद इब्राहिम की पत्नी जुबीना जरीन उर्फ मेहजबीन के नाम का एक टेलीफोन बिल और दाऊद के कई पासपोर्ट भी मिले हैं. आजतक के पास दाऊद को लेकर भारत के डोजियर की कॉपी है. NSA लेवल की बातचीत में इसी डोजियर को पाकिस्तान को सौंपा गया था. डोजियर में दाऊद के पाकिस्तान में होने के तमाम सबूत हैं. इसमें दाऊद के 9 ठिकानों का जिक्र है. ये सभी ठिकाने पाकिस्तान के हैं. इनमें से ज्यादातर पते कराची के हैं. हैरानी की बात तो यह है कि पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में भी दाऊद के ठिकाने हैं.

Advertisement

'पाकिस्तान में दाऊद को ISI का संरक्षण'

कराची के क्लिफ्टन रोड पर व्हाइट हाउस बंगला दाऊद का पाकिस्तान में परमानेंट ठिकाना है. यहां वो अपने पूरे परिवार के साथ रहता है. इसके अलावा कराची में ही डिफेंस हाउसिंग कॉलोनी में बंगला नंबर-37 है, ये दाऊद का दूसरा ठिकाना है. नये खुलासे के मुताबिक दाऊद इब्राहिम अब करांची के डिफेंस एरिया में अब्दुल्ला गाजी बाबा दरगाह के पीछे रहीम फाकी के पास रहता है. जिस गली में उसका बंगला है, वह कराची का नो-ट्रेसपास जोन है और उस पर पाकिस्तानी रेंजर्स का कड़ा पहरा है. जाहिर है दाऊद को आईएसआई का संरक्षण प्राप्त है. भारत सरकार का कहना है कि दाऊद से जुड़े तमाम सबूत पाकिस्तान को दिए जा चुके हैं, लेकिन पाकिस्तान सरकार ना सिर्फ लगातार इन सबूतों को झुठलाती चली आ रही है, बल्कि एक ही राग अलापती रही है कि दाऊद पाकिस्तान में नहीं है. हालांकि, एक बार पाकिस्तान ने खुद कुबूल किया था कि दाऊद उनके यहां है. लेकिन कार्रवाई के नाम पर पूरी दुनिया को गुमराह करता रहा.

dawood

'कराची के अस्पताल में कड़ा सुरक्षा पहरा'

दाऊद को हाईपर टेंशन, ब्लड प्रेशर और किडनी से जुड़ी परेशानियां भी हैं. पाकिस्तान से आ रही खबरों में बताया है कि दाऊद के अस्पताल में भर्ती होने के बाद से ही उसकी सुरक्षा पहले के मुकाबले और कड़ी कर दी गई है. वो अस्पताल के जिस फ्लोर पर मौजूद है, वहां उसके अपने करीबी रिश्तेदारों और डॉक्टरों के सिवाय और किसी को जाने की इजाजत नहीं है. ऊपर से जिस तरह अज्ञात लोग अब एक-एक कर पाकिस्तान में आतंकियों को निशाना बना रहे हैं, उसके बाद पाकिस्तानी एजेंसियों ने दाऊद का सुरक्षा घेरा और कड़ा कर दिया है.

Advertisement

'30 साल से दाऊद को लेकर पाक का एक ही रुख'

1993 से लेकर अब तक पाकिस्तान में कई सरकारें आई और गईं, लेकिन दाऊद इब्राहिम को लेकर पाकिस्तानी हुकूमत का स्टैंड नहीं बदला. और वो ये कि दाऊद के पाकिस्तान में होने की बात को दुनिया से छिपाए रखना. खुद दाऊद भी पाकिस्तान जाने के बाद कभी भी सार्वजनिक तौर पर दुनिया के सामने नहीं आया और ना ही उससे जुड़ा कोई वीडियो या उसकी कोई तस्वीर ही सामने आई. अलबत्ता अलग-अलग मीडिया रिपोर्टस में दाऊद के कुछ स्टिल फोटोग्राफ्स जरूर वक्त-वक्त पर सामने आए, लेकिन इन तस्वीरों को लेकर भी एजेंसियों ने चुप्पी साधे रखी.

'पाकिस्तान में दाऊद समेत कई आतंकी छिपकर बैठे'

पाकिस्तान में दाऊद समेत कई आतंकी छिपकर बैठे हैं. इन आतंकियों को सरकार और आईएसआई मोहरे के तौर पर उपयोग करती है और भारत विरोधी गतिविधियों में उपयोग करते हैं. भारत के बारे में इन आतंकियों से पूरी जानकारी लेते हैं. उसके बाद घुसपैठ और हमले करने का प्लान तैयार किया जाता है. इतना ही नहीं, भारत के खिलाफ युवाओं का ब्रैनवॉश भी किया जाता है. आतंकियों की पहचान भी सीक्रेट रखी जाती है. उनके नाम नए रखे जाते हैं और ऑपरेशन से लेकर आम जिंदगी तक में वही नाम लिया जाता है. हालांकि, इस समय पाकिस्तान में आतंकियों पर शामत आई हुई है. एक-एक कर अज्ञात लोग पाकिस्तान में चुन-चुन कर आतंकियों को ठिकाने लगा रहे हैं. द संडे गार्जियन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले दो सालों में कम से कम 18 आतंकियों को पाकिस्तान में ढेर किया जा चुका है. इनमें से 16 आतंकी ऐसे हैं, जिन्हें इसी साल फरवरी से लेकर अब तक मार गिराया गया है. इन मारे गए आतंकियों में ज्यादातर का ताल्लुक लश्कर ए तैय्यबा, जैश ए मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन सरीखे आतंकी संगठनों से है, जो साल दर साल लगातार भारत में आतंकी वारदातों को अंजाम देते रहे हैं. 

Advertisement

'10 सेकंड में आतंकी मारकर भाग जाते हैं बाइकर्स'

हाल के दिनों में अज्ञात बंदूकधारियों ने पाकिस्तान के कराची, सियालकोट, पीओके के नीलम घाटी, खैबर पख्तूनख्वा, रवालकोट, रावलपिंडी और लाहौर में ऐसी हत्याओं को अंजाम दिया है. ज्यादातर मामलों में शूटर बाइक पर आते हैं और अपने टार्गेट को बिल्कुल करीब से निशाना बना कर फरार हो जाते हैं. खास बात ये है कि ये किलिंग महज 10 सेकंड के अंदर इतनी तेजी से होती रही है कि खुद पाकिस्तान एजेंसियों तक को ये समझ में नहीं आ रहा कि आखिर ये चल क्या रहा है. 

'NIA कर रही है जांच'

इससे पहले भारत सरकार ने दाऊद और उससे जुड़े मामलों की जांच की जिम्मेदारी नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) को सौंपने का फैसला किया था. फिलहाल, एनआईए दाऊद ही नहीं, उसके गुर्गे छोटा शकील, टाइगर मेनन, जावेद चिकना के साथ मृत इकबाल मिर्ची और दाऊद की बहन हसीना पारकर के नेटवर्क की भी जांच कर रही है. 1993 के मुंबई ब्लास्ट के बाद दाऊद का नेटवर्क अल कायदा, लश्कर ए तोयबा और जैश ए मुहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के लिए भी काम करता है. संयुक्त राष्ट्र ने दाऊद को वैश्विक आतंकवादी घोषित कर रखा है.

भारत ने डोजियर में क्या कहा है...

Advertisement

भारत के डोजियर में कहा गया है कि दाऊद के पास कई पाकिस्तानी पासपोर्ट हैं, जिनका इस्तेमाल वो अक्सर यात्रा करने के लिए करता है. दाऊद 1993 में मुंबई में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों में वांछित है. इस घटना में 257 लोगों की मौत हो गई थी और हजारों अन्य घायल हो गए थे. डोजियर में लिखा है, उसने कराची में सितंबर, 2013 में जो आवास खरीदा था और यह अस्पताल के पास स्थित है. ताकि जरूरत पड़ने पर दाऊद को चिकित्सा उपचार दिया जा सके. यह घर पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के बेटे बिलावल भुट्टो जरदारी के आवास के करीब है. दाऊद को पाकिस्तान में अक्सर अपने ठिकाने और पते बदलने के लिए जाना जाता है. उसने पाकिस्तान में अकूत संपत्ति अर्जित की है और पाकिस्तानी एजेंसियों के संरक्षण में रहता है.

पाकिस्तान में दाऊद के कितने घर...

-हाउस नंबर 6-ए, खायबां तंजीम, फेस-5, डिफेंस हाउसिंग एरिया, कराची. 
- मोइन प्लेस, सेकेंड फ्लोर, नियर अब्दुल्ला शाह गाजी दरगाह, क्लिफटन, कराची. 
- मरगला रोड, पी-6/2, गली नंबर 22, हाउस नंबर 29, इस्लामाबाद
- 17 सीपी बाजार सोसाइटी, ब्लॉक 7-8, आमिर खान रोड, कराची 
- 30वीं गली, फेज 5 एक्सटेंशन, डिफेंस हाउस इलाका, कराची
- अब्दुल्ला शाह गाजी साहब की मजार, कराची 
- 8वीं मंजिल, मेहरार स्क्वायर, नजदीक-परदेसी हाउस 3, तलवार इलाका, क्लिफटन, कराची
- नूरीबाद के पहाड़ी इलाके में पालाटियल बंगला, कराची

Advertisement

Dawood

कौन है दाऊद इब्राहिम? 

मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी दाऊद इब्राहिम कासकर का जन्म दिसंबर 1955 में महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में हुआ था. उसके पिता इब्राहिम कासकर पुलिस कांस्टेबल थे. बाद में दाऊद इब्राहिम का परिवार मुंबई के डोंगरी इलाके में बस गया था. 70 के दशक में दाऊद का नाम मुंबई के अंडरवर्ल्ड में तेजी से उभरने लगा था. पहले वो हाजी मस्तान गैंग में काम करता था. वहीं रहते रहते उसका प्रभाव बढ़ने लगा. उसके गैंग को लोग डी-कंपनी कहने लगे थे. वो उसका मुखिया माना जाता था. 90 के दशक में मुंबई में हुए सीरियल ब्लास्ट का मास्टर माइंड वही था. धमाकों को अंजाम देने के बाद वो भारत छोड़कर दुबई भाग गया था. उसके बाद उसने पाकिस्तान में अपना ठिकाना बनाया. अब वो अपने परिवार के साथ वहीं रहता है. उसके खिलाफ भारत में आतंकी हमला, मर्डर, अपहरण, सुपारी हत्या, संगठित अपराध, ड्रग्स, हथियारों की तस्करी जैसे कई मामले दर्ज हैं. साल 2003 में उसे ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया गया था. साल 2011 में एफबीआई और फोर्ब्स की एक लिस्ट में उसे दुनिया का तीसरा मोस्ट वांटेड भगोड़ा अपराधी बताया गया था.

दाऊद के 15 अलग-अलग नाम

संयुक्त राष्ट्र की सूची में दाऊद इब्राहिम के 15 उपनाम शामिल हैं- इनमें दाऊद इब्राहिम, शेख दाऊद हसन, अब्दुल हामिद अब्दुल अजीज, अनीस इब्राहिम, अजीज दिलीप, दाऊद हसन शेख इब्राहिम कासकर, दाऊद इब्राहिम मेमन कासकर, दाऊद हसन इब्राहिम कासकर, दाऊद इब्राहिम मेमन, दाऊद साबरी, कासकर दाऊद हसन, शेख मोहम्मद इस्माइल अब्दुल रहमान, दाऊद हसन शेख इब्राहिम, शेख इस्माइल अब्दुल और हिजरत.

दाऊद का कहां-कहां कारोबार?

दाऊद का कारोबार यूरोप, अफ्रीका और दक्षिण एशिया में फैले एक दर्जन से ज्यादा देशों में है. अकेले ब्रिटेन में उसके पास 450 मिलियन अमेरिकी डॉलर की संपत्ति है. उसने विभिन्न देशों में 50 से अधिक संपत्तियों में निवेश किया है. - दाऊद का कारोबार भारत, पाकिस्तान, ब्रिटेन, जर्मनी, तुर्की, फ्रांस, स्पेन, मोरक्को, साइप्रस, यूएई, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, नेपाल, थाईलैंड, मलेशिया और सिंगापुर तक फैला हुआ है. दाऊद का दक्षिण अफ्रीका में हीरों का अवैध कारोबार है. दक्षिण अफ्रीका से खनन किए गए अधिकांश हीरे काटने और चमकाने के लिए भारत आते हैं कहा जाता है कि उसके करीबी सहयोगी छोटा शकील ने अपना दुबई से कारोबार समेट लिया है.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement