चीन पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी दलों के सांसद संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इस धरने में 12 विपक्षी दलों के सांसद शामिल हैं. यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी भी धरने में मौजूद हैं. इस दौरान सोनिया गांधी ने कहा कि चीन द्वारा सीमा पर अतिक्रमण गंभीर चिंता का विषय है.
सोनिया गांधी ने कहा कि जनता और संसद को सीमा पर वास्तविक स्थिति का पता नहीं लग पा रहा है. इस दौरान सोनिया ने मोदी सरकार पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि सरकार अपनी जिद पर अड़ी है और संसद में चीन के अतिक्रमण पर चर्चा नहीं करवा रही है. उन्होंने पूछा कि सरकार इस पर जवाब क्यों नहीं दे रही है. संसद में चीन पर चर्चा न कराना सरकार द्वारा लोकतंत्र का निरादर है. सरकार विपक्ष को टारगेट करती है.
कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने चीन पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी दलों को बुलाया था. खड़गे ने समान विचारधारा वाली 12 पार्टियों को संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन के लिए बुलाया था. इस प्रदर्शन यूपीए चेयरपर्सन और रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, रंजीता रंजन समेत कई बड़े नेता मौजूद हैं.
केंद्रीय मंत्री बोले- बीच-बीच में आती है गांधीजी की याद
कांग्रेस समेत 12 विपक्षी दलों के प्रदर्शन को लेकर केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि विपक्ष को बीच-बीच में गांधीजी की याद आती है. अच्छा है. कांग्रेस को याद रखना चाहिए कि उनके कार्यकाल में क्या हुआ था जमीन कितनी गई थी.
तवांग के मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी
बता दें कि बीते 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. इसे लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है और संसद में चर्चा की मांग कर रहा है. हालांकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एक बार संसद में इस पूरी झड़प को लेकर स्पष्ट बयान दे चुके हैं.