पाकिस्तान में मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है. अधिकारियों के मुताबिक शुक्रवार तक देश के अलग-अलग हिस्सों में कम से कम 24 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग लापता हैं. कई इलाकों में बाढ़, भूस्खलन और मकान ढहने की घटनाओं से हालात बेहद खराब हैं.
खैबर पख्तूनख्वा में सबसे ज्यादा तबाही
गुरुवार रात हुई मूसलाधार बारिश के बाद लोअर दिर, बाजौर और एबटाबाद जिलों में अचानक बाढ़ और भूस्खलन आ गया. रेस्क्यू अधिकारियों के मुताबिक इन घटनाओं में 16 लोगों की मौत हुई है और 8 लोग घायल हुए हैं.
लोअर दिर के मैदान सोरी पाओ इलाके में एक घर की छत गिरने से 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि 4 लोग घायल हैं. इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. मलबे से 7 लोगों को निकाला गया, जिनमें 5 को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. लगातार बारिश से पंजकोरा नदी का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है.
बाजौर में बादल फटा, लोग बह गए
बाजौर जिले के जबरारी और सालारजई इलाकों में बादल फटने और भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई. अब तक 9 शव और 4 घायलों को निकाला गया है, जबकि 17 से ज्यादा लोग लापता हैं. जबरारी गांव में बादल फटने से आई बाढ़ में कई लोग घायल हुए. रेस्क्यू टीम ने 5 शव बरामद किए और घायलों को प्राथमिक इलाज के बाद अस्पताल भेजा.
बाजौर के जिला इमरजेंसी ऑफिसर अमजद खान राहत कार्य की निगरानी कर रहे हैं. डिप्टी कमिश्नर शाहिद अली ने पुष्टि की कि सालारजई की घटना में 9 लोगों की मौत हुई है और 2 गंभीर घायलों को खार अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
मंसहेरा में कार बह गई, 2 की मौत
मंसहेरा जिले में काघान हाईवे पर बस्यान प्वाइंट के पास एक कार उफनते नाले में बह गई. इस हादसे में 2 लोगों की मौत हुई और 1 घायल है. 3 अन्य लोगों को बचा लिया गया. प्रशासन ने पर्यटकों को चेतावनी दी है कि बारिश के दौरान गैर-जरूरी यात्रा से बचें.
सीएम ने सभी संसाधन झोंकने के निर्देश दिए
मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने रेस्क्यू और राहत कार्यों में सभी संसाधन लगाने के आदेश दिए हैं. मलाकंद और बाजौर के कमिश्नर व डिप्टी कमिश्नर को खुद राहत कार्य की निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं. रेस्क्यू मिशन के लिए एक हेलिकॉप्टर भी भेजा गया है. सीएम ने दिर और स्वात समेत सभी जिलों को हाई अलर्ट पर रहने और जान-माल की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने को कहा है.
गिलगित-बाल्टिस्तान और PoK में भी तबाही
गिलगित-बाल्टिस्तान के गिजर जिले में अचानक आई बाढ़ में 8 लोगों की मौत हो गई और 2 लोग लापता हैं. बाढ़ में दर्जनभर से ज्यादा घर, कई गाड़ियां, स्कूल और स्वास्थ्य केंद्र क्षतिग्रस्त हो गए. कराकोरम हाईवे और बाल्टिस्तान हाईवे कई जगहों पर बंद हैं. नेलम वैली में भी हालात बिगड़े. यहां से पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया. रत्ती गली लेक बेस पर कैंपिंग कर रहे 600 से ज्यादा पर्यटकों को वहीं रुकने की सलाह दी गई, क्योंकि लिंक रोड टूट गया है.
बाढ़ में लावत नाले के दो पुल बह गए और कुंदल शाही में जगरण नाले का पुल भी टूट गया. एक खूबसूरत नदी किनारे का रेस्टोरेंट और कम से कम 3 घर पानी में बह गए.
झेलम वैली में बादल फटा
झेलम वैली के पलहोत इलाके में बादल फटने से सड़क का हिस्सा टूट गया और दर्जनों गाड़ियां फंस गईं. नेलम नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने पर प्रशासन ने बाढ़ का अलर्ट जारी किया और किनारे बसे परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने की तैयारी की.
PoK में भूस्खलन से परिवार दबा
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के मुजफ्फराबाद जिले के सारली साचा गांव में भूस्खलन से एक घर दब गया, जिसमें एक ही परिवार के 6 सदस्य दबकर मर गए. सुधनोटी जिले में 26 वर्षीय युवक नाले में बह गया, जबकि बाग जिले में 57 वर्षीय महिला की घर गिरने से मौत हो गई.