वरिष्ठ कांग्रेस नेता गौरव गोगोई की पत्नी की कथित विदेशी नागरिकता को लेकर उठे विवाद में अब असम सरकार ने जांच की दिशा बदल दी है. मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने घोषणा की है कि इस मामले की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपी जाएगी.
सितंबर में एनआईए जांच की सिफारिश करेगी सरकार
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सितंबर में इसकी एनआईए जांच की सिफारिश करेगी. हालांकि पहले राज्य सरकार ने इस प्रकरण की पड़ताल के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया था, लेकिन मुख्यमंत्री का कहना है कि अब इसे और गहराई से जांचने की जरूरत है, जिससे तथ्यों की तह तक पहुंचा जा सके.
गौरव गोगोई पर साधा निशाना
सरमा ने यह भी कहा कि वे आगामी 10 सितंबर को कई 'चौंकाने वाले सबूत' सार्वजनिक करेंगे, जो इस पूरे मामले को एक नई दिशा दे सकते हैं. मुख्यमंत्री ने सोमवार को इस मुद्दे पर एक सोशल मीडिया पोस्ट भी शेयर की थी.
एक्स पर शेयर इस पोस्ट में उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर गौरव गोगोई के तीखे भाषण के बाद पलटवार किया. उन्होंने कहा कि, 'गौरव गोगोई पाकिस्तान की ओर से बोलते हैं. उनकी पाकिस्तान यात्रा और वहां के प्रशासन से संबंध रहे हैं. उनकी पत्नी और बच्चों की विदेशी नागरिकता है.'