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मोदी सरकार के नाम एक और गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड, ‘परीक्षा पे चर्चा’ में 3.53 करोड़ छात्रों ने कराया रजिस्ट्रेशन

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से मिले इस प्रमाणपत्र को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपा. यह दूसरा मौका है जब धर्मेंद्र प्रधान द्वारा संचालित किसी योजना को यह वैश्विक सम्मान प्राप्त हुआ है. इससे पहले वर्ष 2015 में जब वह पेट्रोलियम मंत्री थे, तब उनके नेतृत्व में शुरू की गई ‘PAHAL’ (LPG के लिए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) योजना को भी गिनीज रिकॉर्ड में स्थान मिला था.

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‘परीक्षा पे चर्चा’ को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान मिला है (Photo-ITG)
‘परीक्षा पे चर्चा’ को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान मिला है (Photo-ITG)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छात्र संवाद पहल ‘परीक्षा पे चर्चा’ को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान मिला है. यह मान्यता एक महीने में सबसे ज्यादा नागरिक पंजीकरण वाले मंच के रूप में मिली है. वर्ष 2024 में आयोजित परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में 3.53 करोड़ लोगों ने पंजीकरण कराया, जो अब तक का एक नया विश्व रिकॉर्ड है.

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से मिले इस प्रमाणपत्र को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपा. यह दूसरा मौका है जब धर्मेंद्र प्रधान द्वारा संचालित किसी योजना को यह वैश्विक सम्मान प्राप्त हुआ है. इससे पहले वर्ष 2015 में जब वह पेट्रोलियम मंत्री थे, तब उनके नेतृत्व में शुरू की गई ‘PAHAL’ (LPG के लिए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) योजना को भी गिनीज रिकॉर्ड में स्थान मिला था. उस समय यह दुनिया की सबसे बड़ी नकद स्थानांतरण योजना बनी थी, जिसमें 30 जून 2015 तक 12.57 करोड़ घरों को सीधे सब्सिडी मिली थी.

अब तक मोदी सरकार की चार प्रमुख पहलों को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में मान्यता मिली है, जिनमें से दो योजनाएं सीधे धर्मेंद्र प्रधान के मंत्रालयों से जुड़ी रही हैं. बाकी दो रिकॉर्ड अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2015 और प्रधानमंत्री जनधन योजना को मिले हैं.

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बता दें कि ‘परीक्षा पे चर्चा’ हर साल आयोजित होने वाला संवाद कार्यक्रम है, जिसमें प्रधानमंत्री छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से परीक्षा संबंधी तनाव, समय प्रबंधन और प्रेरणा जैसे विषयों पर संवाद करते हैं. इसका उद्देश्य छात्रों को परीक्षाओं को बोझ नहीं, बल्कि उत्सव के रूप में देखने के लिए प्रोत्साहित करना है.

शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, परीक्षा पे चर्चा के इस रिकॉर्ड-तोड़ संस्करण में देशभर के करोड़ों छात्रों ने भाग लिया, जिससे यह कार्यक्रम एक जनांदोलन की तरह उभरा. गिनीज बुक की मान्यता इस बात का प्रतीक है कि सरकार की यह पहल न केवल राष्ट्रीय, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराही जा रही है.

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