10 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र में रिजॉर्ट पॉलिटिक्स की वापसी हुई है. यहां ढाई साल बाद एक बार फिर विधायकों को फाइव स्टार होटल में रोकने की तैयारी कर ली गई है. शिवसेना और बीजेपी ने अपने विधायकों समेत निर्दलीयों को साधने की कवायद शुरू कर दी है. इसके साथ ही इन विधायकों को मुंबई के फाइव स्टार होटल में रोकने की तैयारी भी है.
महाराष्ट्र में 6 सीटों के लिए 7 उम्मीदवारों के मैदान में होने से राजनीतिक माहौल गरमा गया है. शिवसेना और बीजेपी की कोशिश है कि निर्दलीय और छोटे दलों के विधायकों को अपने पक्ष में लामबंद किया जाए. यहां छठी सीट के लिए शिवसेना के उम्मीदवार संजय पवार और बीजेपी के धनंजय महादिक के बीच सीधा मुकाबला है.
सूत्रों के मुताबिक, शिवसेना ने 8 से 10 जून तक दक्षिण मुंबई के ट्राइडेंट होटल में अपने विधायकों के साथ-साथ निर्दलीय और छोटे दलों के एमएलए को रोकने के लिए कमरे बुक किए थे. लेकिन अंतिम समय में प्लान को कैंसिल कर दिया है. बताते हैं कि शिवसेना को यह प्लान इसलिए कैंसिल करना पड़ा, क्योंकि पार्टी को पता चला कि बीजेपी भी अपने विधायकों को उसी होटल में डेरा डालने की योजना बना रही है.
फिलहाल, अब शिवसेना अपने विधायकों को शहर के पश्चिमी उपनगर के एक फाइव स्टार होटल में ले जा रही है. इसकी जिम्मेदारी पार्टी ने एक सीनियर नेता को सौंप दी गई है.
शिवसेना के प्लान के तहत मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 6 जून की शाम को सरकारी आवास वर्षा बंगले में निर्दलीय और छोटे दलों के विधायकों के साथ एक बैठक बुलाई है. इस बैठक में राज्यभर से शिवसेना के विधायकों को भी मुंबई बुलाया गया है जो शाम को बैठक का हिस्सा होंगे. बैठक के बाद सभी विधायकों को मतदान की तारीख तक एक होटल में शिफ्ट किया जाएगा.
अगले दिन 7 जून को सीएम उद्धव एमवीए सरकार में सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस के विधायकों और नेताओं से मुलाकात करेंगे. एमवीए के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि बाकी विधायकों को भी बीजेपी के संपर्क में आने की कोशिश से रोका जाएगा. इसके लिए शहर के अन्य होटलों में व्यवस्था की जा रही है.
वहीं, एक दिन पहले बीजेपी कोर कमेटी के सदस्यों ने एक बैठक में राज्यसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा की. हालांकि, भाजपा नेता और पार्टी के सचेतक आशीष शेलार ने आश्वासन दिया कि उन्हें अन्य दलों से किसी को भी अपने पक्ष में करने की जरूरत नहीं है क्योंकि बीजेपी इस चुनाव में लड़ने वाले सभी तीन उम्मीदवारों को जीतने के लिए आश्वस्त है. उन्होंने बताया कि एमवीए को क्रॉस वोटिंग का डर है, इसलिए वे अपने विधायकों को शहर भर के फाइव स्टार होटलों में लेकर जा रहे हैं.
बताते चलें कि महाराष्ट्र में 3 साल पहले एक बेहद दिलचस्प घटनाक्रम सामने आया था, जब एनसीपी नेता अजीत पवार ने 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ अचानक राजभवन पहुंचकर शपथ ली थी. उसके बाद महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए विधानसभा में बहुमत साबित करने की बारी आई तो सभी पार्टियों ने अपने विधायकों को एकत्रित किया और शहर के कई होटलों में डेरा डाल दिया था. यह पूरा घटनाक्रम राजनीतिक तौर पर खासा चर्चा का विषय बना रहा था.