रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल का दौरा किया और किश्तवाड़ में हाल ही में हुई बादल फटने की घटना में घायल हुए लोगों से मुलाकात की.
राजनाथ सिंह ने कहा कि पीएम मोदी किश्तवाड़ की स्थिति पर कड़ी नज़र रख रहे हैं. प्रधानमंत्री बेहद चिंतित हैं. उन्होंने कहा कि मैंने घटनास्थल का दौरा करने की योजना बनाई थी, लेकिन खराब मौसम और भूस्खलन (पथरनाकी में) के कारण ये संभव नहीं हो सका.
रक्षामंत्री ने कहा कि इसके विकल्प के तौर पर वह राजभवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए प्रभावित लोगों से बातचीत करेंगे. उन्होंने आश्वस्त किया कि अधिकारी बादल फटने से प्रभावित लोगों के लिए राहत और सहायता का सक्रिय रूप से समन्वय कर रहे हैं.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किश्तवाड़ में हाल ही में बादल फटने की घटना के पीड़ितों से मिलने के लिए जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल का दौरा किया. उन्होंने X पर एक अन्य पोस्ट में कहा कि मैं यहां घायलों से मिलने आया था, मैं किश्तवाड़ के चिशोती गांव जाना चाहता था. दुर्भाग्य से सड़क पर भूस्खलन हो गया. अगर मैं गुलाबगढ़ में उतर भी पाता, तो भी मैं गांव नहीं जा पाता, क्योंकि सड़क पर भूस्खलन हुआ था.
जम्मू एयरपोर्ट पर उनके स्वागत के बाद जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह उनके साथ अस्पताल पहुंचे. वहां 16 घायलों का इलाज चल रहा है, जिनकी स्थिति पर डॉक्टरों ने विस्तार से जानकारी दी.
राजनाथ सिंह ने कहा कि वह राजभवन में अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे, जिसमें किश्तवाड़ के स्थानीय प्रशासन को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जोड़ा जाएगा. बता दें कि किश्तवाड़ के चिशोती में बादल फटने से 65 लोगों की मौत हो चुकी है और 100 से अधिक घायल हुए हैं, जबकि 32 लोग अब भी लापता हैं.