ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर सीमा पर तीसरे दिन भी मोर्टार और भारी तोपों से गोलाबारी जारी रही, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई. वहीं सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने एक बड़ी घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए सात आतंकवादियों को मार गिराया.
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला शुक्रवार को श्रीनगर से जम्मू पहुंचे ताकि पाकिस्तान के अब तक के सबसे बड़े ड्रोन हमले के बाद हालात का जायजा ले सकें. वहीं उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गोलेबारी से प्रभावित उरी सेक्टर का दौरा किया.
उमर अब्दुल्ला ने दी PAK को चेतावनी
उमर अब्दुल्ला ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि सीमा पार से लगातार बढ़ती गोलाबारी उसी को नुकसान पहुंचाएगी. उन्होंने गुरुवार को जम्मू पर हुए हवाई हमलों को 1971 युद्ध के बाद शहर पर हुआ 'सबसे गंभीर हमला' बताया और कहा कि पाकिस्तान को मौजूदा सैन्य हालात में तनाव कम करने पर ध्यान देना चाहिए.
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव तब चरम पर पहुंच गया जब भारतीय सेना ने बुधवार को 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया. हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन मीरवाइज उमर फारूक ने भी भारत और पाकिस्तान दोनों से हालात को सामान्य करने की अपील की.
पाकिस्तान ने भेजे 300 से 400 ड्रोन
सेना के मुताबिक, पाकिस्तान ने 8 और 9 मई की दरमियानी रात को 36 जगहों पर 300 से 400 ड्रोन के जरिए भारत के सैन्य ढांचे को निशाना बनाने की कोशिश की, जिनमें लेह से लेकर सिर क्रीक तक के इलाके शामिल हैं, साथ ही जम्मू शहर भी.
सेना ने कहा, 'भारतीय बलों ने कई ड्रोन को 'काइनेटिक और नॉन-काइनेटिक' साधनों से नष्ट कर दिया... पाकिस्तान ने एलओसी के पार तोप और ड्रोन से हमला किया, जिससे जान-माल का नुकसान हुआ. चिंताजनक बात यह रही कि पाकिस्तान ने इस हमले के दौरान अपना नागरिक हवाई क्षेत्र खुला रखा, जिससे यात्रियों की जान खतरे में पड़ी.'
पाकिस्तानी गोलेबारी में तीन लोगों की मौत
पाकिस्तानी गोलेबारी में एक आम नागरिक मोहम्मद अबरार की मौत हो गई और उनकी पत्नी समेत तीन लोग घायल हो गए. पुंछ में हुई क्रॉस बॉर्डर फायरिंग में आंध्र प्रदेश के सिपाही एम. मुरली नायक शहीद हो गए. बारामुला के उरी सेक्टर में हुई रातभर की भारी गोलेबारी में एक महिला की मौत हो गई और एक जवान सहित कई लोग घायल हो गए.