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जम्मू एयरफोर्स स्टेशन अटैक में इम्पैक्ट IED के इस्तेमाल का शक, NSG के कमांडो तैनात हुए

जम्मू एयरफोर्स स्टेशन के अंदर शनिवार रात हुए दो धमाकों की जांच एनआईए कर रही है. सूत्रों ने बताया कि सोमवार को आतंकियों की तलाश में कई जगह छापेमारी भी की गई.

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जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. (फोटो-PTI)
जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. (फोटो-PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • शनिवार रात हुए थे दो धमाके
  • टेरर एंगल से हो रही है जांच

जम्मू एयरफोर्स स्टेशन के अंदर शनिवार रात हुए दो धमाकों की जांच नेशनल इन्वेस्टिगेटव एजेंसी (NIA) और पुलिस मिलकर कर रही है. सूत्रों ने बताया कि सोमवार को धमाके में शामिल आतंकियों की तलाश के लिए जगह-जगह दबिश दी गई. इस बीच जम्मू-कश्मीर पुलिस के एडीजीपी मुकेश सिंह ने एयरफोर्स स्टेशन जाकर हालातों का जायजा लिया. 

- पारिमपोरा में जारी मुठभेड़ में सीआरपीएफ के तीन बहादुर घायल हुए हैं. इसमें एक असिस्टेंट कमांडेंट, एसआई और जवान शामिल हैं. 

- पारिमपोरा में सुरक्षाबलों ने एक आतंकी मार गिराया है. पारिमपोरा में सुरक्षाबलों का ऑपरेशन जारी है. 

एयरफोर्स स्टेशन के अंदर NSG कमांडो तैनात
धमाके की सूचना मिलते ही एनएसजी की टीम जम्मू पहुंच गई थी और अब सूत्रों ने जानकारी दी है कि वहां एनएसजी की काउंटर ड्रोन टीम को भी तैनात कर दिया है. इन टीम के पास एंटी ड्रोन गन्स हैं, जिसका इस्तेमाल ड्रोन को मार गिराने में किया जाता है. सूत्रों ने ये भी बताया कि एयरफोर्स स्टेशन के अंदर भी NSG के कमांडो की तैनाती कर दी गई है. 

केजरीवाल बोले- मुंहतोड़ जवाब दे सरकार
इस घटना पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर सरकार से मुंहतोड़ जवाब देने को कहा है. उन्होंने कहा, "कश्मीर में हाल के दिनों में कुछ आतंकी गतिविधियों का होना बेहद चिंताजनक विषय है. सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए और जम्मू कश्मीर समेत देश और हमारे जवानों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए."

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आतंकियों ने इस्तेमाल किया 'इम्पैक्ट IED'
सुरक्षा एजेंसियों ने आजतक से इस बात की पुष्टि की है कि एयरफोर्स स्टेशन के अंदर हुए धमाकों में आतंकियों ने 'इम्पैक्ट IED' का इस्तेमाल किया था. इम्पैक्ट IED यानी, ऐसा विस्फोटक जो जमीन या सतह पर आते ही फट जाता है. हालांकि, अभी भी फोरेंसिक लैब में सैम्पल की जांच की जा रही है, जिसकी रिपोर्ट आने में 48 घंटे तक का वक्त लग सकता है. उसके बाद ही दावे के साथ बताया जा सकता है कि धमाकों के लिए आतंकियों ने किस विस्फोटक का इस्तेमाल किया था.

ड्रोन के टुकड़े नहीं मिले हैं
पहले खबरें थी कि मौके से ड्रोन के परखच्चे बरामद हुए हैं, लेकिन अब सूत्रों ने बताया है कि मौके से ड्रोन के टुकड़े बरामद नहीं हुए हैं. बताया जा रहा है कि रडार से बचने के लिए कम ऊंचाई पर उड़ने वाले ड्रोन का इस्तेमाल किया गया होगा. अंदेशा ये भी जताया जा रहा है कि स्टेशन से बॉर्डर की दूरी 14 किलोमीटर है, इसलिए हो सकता है कि पाकिस्तानी सेना या आईएसआई ने इस हमले को अंजाम दिया हो. 

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FIR दर्ज, अब आतंकियों की तलाश जारी
इस मामले में रविवार को ही जम्मू के सतवारी पुलिस स्टेशन में यूएपीए, आईपीसी और एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई थी. दो संदिग्ध भी हिरासत में लिए गए थे. सोमवार को भी इस हमले में शामिल आतंकियों की तलाश में कई जगह छापेमारी की गई है.

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कल एयरबेस पर हुए थे दो धमाके
जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर शनिवार देर रात दो धमाके हुए थे. पहला धमाका रात 1:37 बजे हुआ और दूसरा ठीक 5 मिनट बाद 1:42 बजे हुआ था. वायुसेना के मुताबिक, दोनों ही धमाकों की इंटेसिटी बहुत कम थी और पहला धमाका छत पर हुआ, इसलिए छत को नुकसान पहुंचा था, जबकि दूसरा धमाका खुली जगह पर हुआ था. धमाके में दो जवानों को भी मामूली चोटें आई थीं. 

 

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