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हिमाचल में भी तबाही, चंबा में 7 की मौत, 9 लोग लापता, प्रशासन ने रेस्क्यू अभियान शुरू किया

मणिमहेश यात्रा में श्रद्धालुओं पर मौसमी कहर टूटा है. खराब रास्ते, नेटवर्क की दिक्कत और टूटी सड़कों के बीच हजारों लोग फंसे हुए हैं और कुछ की मौत हो गई है. हालात ऐसे हैं कि न तो मदद आसानी से पहुंच पा रही है और न ही अपनों से संपर्क हो पा रहा है.

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मणिमहेश यात्रा का रास्ता बेहद कठिन और संकीर्ण है.  (Video Grab-ITG)
मणिमहेश यात्रा का रास्ता बेहद कठिन और संकीर्ण है. (Video Grab-ITG)

हिमाचल प्रदेश के चंबा के भरमौर गांव में पवित्र मणिमहेश यात्रा के दौरान मौसमी कहर बरपा है. यहां मणिमहेश यात्रा के दौरान सात लोगों की मौत हो गई है आठ लोग घायल हैं. वहीं, नौ लोगों के लापता होने की खबर है.

चंबा से भरमौर कराब 62 किलोमीटर दूर है, जिसका रास्ता पठानकोट-चंबा-भरमौर नेशनल हाइवे से होकर जाता है. इसके बाद भरमौर से मणिमहेश कैलाश के लिए हडसर तक 13 किलोमीटर की छोटी सड़क है. हडसर से शुरू होने वाली मणिमहेश कैलाश पर्वत और पवित्र झील के लिए 13 किलोमीटर की एक कठिन एकतरफा यात्रा है.

मणिमहेश झील तक पहुंचने के लिए धन छो, सुन्दरासी, गौरीकुंड का कठिन ट्रैक है. इन्हीं ट्रैक पर श्रद्धालुओं की मौत हुई है. हजारों श्रद्धालु अभी भी भरमौर और अन्य जगहों पर फंसे हुआ हैं. इस जगह फोन नेटवर्क न होने से लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं. यात्रा पर गए लोगों से संपर्क नहीं हो पा रहा है.

बता दें कि भरमौर से चंबा के बीच का नेशनल हाइवे पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है. यात्रियों को बिजली और पानी की समस्या से भी जूझना पड़ रहा है. चंबा पहुंचने के लिए भी कई किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ रहा है. माना जा रहा है कि गायब यात्रियों की तादाद और बढ़ भी सकती है. नेटवर्क न होने के चलते संपर्क मुश्किल हो रहा है.

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