Delhi Metro: अगर आप दिल्ली मेट्रो से सफर करते हैं तो ये आपके फायदे की खबर है. दरअसल, दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने आए दिन मेट्रो में होने वाली दुर्घटनाओं को लेकर यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए एक बड़ा कदम उठाया है.
अब दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ट्रेनों के गेट में एंटी ड्रैग सिस्टम लगाया जाएगा. इस सिस्टम की मदद से रुमाल, साड़ी, दुपट्टा या कोई भी चीज के फंसने पर मेट्रो आगे नहीं बढ़ेगी. शुरुआत में यह पायलट प्रोजेक्ट के RS1 सीरीज की पांच ट्रेनों में लागू की जाएगी. यह पहल यात्री सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है.
अब बेफ्रिक होकर करें मेट्रो से सफर
कई बार ऐसा होता है कि यात्रियों का सामान ट्रेन के बंद हो रहे दरवाजे में फंस जाता है. अभी बीते साल दिसंबर में इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन पर मेट्रो के गेट पर साड़ी फंसने से एक महिला की मौत हो गई था. किसी भी तरह का कोई सामान या कपड़ा फंसने से यात्रियों को चोट भी लग जाती है.
DMRC के अनुसार, इस नई पहल से होने दुर्घटना से बचा जा सकता है. दिल्ली मेट्रो में कई बार दरवाजा बंद करते समय बेल्ट, कपड़ा, साड़ी या बैग की पट्टियां जैसी वस्तुएं फंस जाती हैं. एंटी-ड्रैग सुविधा इस तरह की परेशानियों से राहत दिलाएगी. इसके साथ ही इसकी मदद से मेट्रो में सामान ले जाने में काफी आसानी होगी और चलती मेट्रो में किसी भी तरह की घटना को रोका जा सकेगा.
DMRC ने शुरू की टेंडर प्रक्रिया
इस पहल के लिए डीएमआरसी (DMRC) ने टेंडर निकाला है. इस पहल से लोग बेफ्रिक होकर मेट्रो में सफर कर पाएंगे. इसके अलावा, पायलट प्रोजेक्ट की सफलता पूरे डीएमआरसी नेटवर्क में एक मिसाल पेश कर सकती है और संभावित रूप से अन्य मेट्रो सीरीज को भी इस सुविधा को लागू करने की पहल कर सकती है.
प्रचंड गर्मी में दिल्ली मेट्रो दे रही शानदार सुविधा
दिल्ली मेट्रो गर्मी शुरू होने से पहले मेट्रो में लगे सभी एसी की जांच करवाता है. ताकि गर्मी शुरू होने के बाद यात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो. अभी DMRC के पास 345 से अधिक मेट्रो हैं, जिसमें लगभग 5000 एसी यूनिट लगे हैं.
आग से बचाव के लिए भी मेट्रो में है सुविधा
आपको बता दें कि दिल्ली मेट्रो अपने स्टेशनों पर अग्निशामक यंत्र रखता है. इसका नियमित रूप से रखरखाव किया जाता है. ताकि आग लगने की स्थिति में इसका इस्तेमाल किया जा सके.