दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने यात्रियों को बेहतर दृश्यता और सुविधा मिले इसके लिए आगामी चरण 4 के दिल्ली एयरोसिटी-तुगलकाबाद मेट्रो कॉरिडोर का रंग कोड सिल्वर से बदलकर गोल्डन करने का निर्णय लिया है.
मेट्रो कॉपरेशन ने कॉरिडोर का रंग बदलने का फैसला यात्रियों की सुविधा के लिए किया है. इससे यात्रियों को मेट्रो में सफर करते वक्त कन्फ्यूजन नहीं होगी.
दिल्ली एयरोसिटी-तुगलकाबाद मेट्रो कॉरिडोर का बदलेगा रंग
यह निर्णय इसलिए लिया गया है क्योंकि ट्रेनों पर सिल्वर की जगह गोल्डन रंग को ज्यादा प्रमुखता से और स्पष्ट रूप से प्रदर्शित किया जा सकता है, जो मेट्रो ट्रेनों के स्टेनलेस स्टील बॉडी के रंग के साथ मेल खाता है. इसलिए रंग कोड के रूप में गोल्डन के चयन से ट्रेनों में बेहतर दृश्यता सुनिश्चित होगी और यात्रियों के लिए ये ज्यादा सुविधाजनक होगा.
दिल्ली मेट्रो ने अपने सभी ऑपरेशनल कॉरिडोर को कलर किया है, ताकि यात्री उन्हें आसानी से पहचान सकें. सभी कॉरिडोर के कलर कोड को दर्शाने वाली एक रंगीन पट्टी ट्रेनों के मुख्य भाग पर प्रमुखता से प्रदर्शित की गई है. उदाहरण के तौर पर द्वारका सेक्टर 21 से नोएडा/वैशाली तक ब्लू लाइन पर चलने वाली ट्रेन में खिड़की के नीचे एक नीली पट्टी होती है.
मार्च 2026 से चालू होगा कॉरिडोर
दिल्ली मेट्रो के चरण 4 का एयरोसिटी-तुगलकाबाद मेट्रो कॉरिडोर 15 स्टेशनों के साथ 23.62 किलोमीटर लंबा होगा. ये कॉरिडोर कश्मीरी गेट-राजा नाहर सिंह वायलेट लाइन को एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन से जोड़ेगा और राष्ट्रीय राजधानी के दक्षिणी भाग में कई नए क्षेत्रों को कनेक्टिविटी प्रदान करेगा. इस कॉरिडोर के मार्च 2026 तक चालू होने की उम्मीद है.