Kidney failure Early Symptoms And Causes: भारतीय टेलीविजन और सिनेमा का एक ऐसा चेहरा, जिसने हंसी के ठहाकों और यादगार किरदारों से दर्शकों के दिलों में अपनी एक खास जगह बनाई थी, अब हमारे बीच नहीं रहे. बॉलीवुड एक्टर सतीश शाह ने 25 अक्टूबर की दोपहर मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में अपनी आखिरी सांस ली, उनके निधन की खबर सुनकर उनके चाहने वालों को गहरा सदमा लगा है.
'साराभाई बनाम साराभाई' में इंद्रवधन साराभाई के तौर पर उनकी एक्टिंग आज भी दर्शकों के दिलों में जिंदा है. जानकारी के अनुसार, एक्टर लंबे समय से किडनी से जुड़ी बीमारी से जूझ रहे थे. सतीश शाह के करीबी दोस्त सचिन पिलगांवकर ने एक इंटरव्यू में बताया है कि उन्होंने साल 2025 की शुरुआत में किडनी ट्रांसप्लॉन्ट कराया था.
किडनी से जुड़ी समस्या पिछले कुछ समय से ज्यादा बढ़ गई है और किडनी फेलियर एक बड़ी दिक्तत बन गई है, जो हर उम्र के लोगों को अपनी चपेट में ले रही है. आपको बताते हैं कि किडनी फेलियर क्या है और इसके शुरुआती लक्षण और कारण क्या हैं. किडनी फेल होने से पहले शरीर हमें चेतावनी संकेत देता है, जिन्हें हमें गलती से भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
किडनी फेलियर तब होता है जब किडनी अपने काम यानी ब्लड से टॉक्सिन और एक्सट्रा लिक्विड पदार्थ को फिल्टर करने की शक्ति खो देती है. अगर समय रहते इलाज न हो तो यह समस्या गंभीर हो सकती है और यह धीरे-धीरे क्रॉनिक या एक्यूट में भी बदल सकती है. किडनी हमारी बॉडी का सबसे अहम पार्ट होता है, इसलिए इसे अपनी किडनी का बहुत ध्यान रखना चाहिए.
दिनभर में 6-8 गिलास पानी पीना किडनी को हेल्दी रखने के लिए जरूरी है. यह शरीर से टॉक्सिन और अपशिष्ट को बाहर निकालता है.
अधिक नमक, तला-भुना और प्रोसेस्ड फूड खाने से बचें. सब्जियां, फल, साबुत अनाज और दालों को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं.
हाई ब्लड प्रेशर और अनियंत्रित डायबिटीज किडनी फेलियर का बड़ा कारण हैं. इसलिए इन दोनों को कंट्रोल करने के लिए नियमित करवाएं और दवाइयां समय पर लें.
पेनकिलर्स और कुछ एंटीबायोटिक्स का लंबे समय तक खाना किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है.
हल्की वॉक, योग या स्ट्रेचिंग से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और हमारी किडनी भी हेल्दी रहती है.
शराब और स्मोकिंग किडनी पर दबाव डालते हैं और फेल होने का जोखिम बढ़ा सकते हैं. इसलिए इन दोनों का ही सेवन नहीं करना चाहिए.
खासकर 40 साल के बाद साल में 1-2 बार किडनी की जांच कराएं. क्योंकि शुरुआती लक्षण पकड़ने से हर गंभीर समस्या रोकी जा सकती है.