महिलाओं से ज्यादा खतरे में पुरुष! उनके लिए ‘साइलेंट किलर’ साबित हो रहीं ये बीमारियां
एक स्टडी में सामने आया है कि महिलाओं के मुकाबले में पुरुषों में डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन) और एचआईवी/एड्स से मौत का खतरा अधिक है. आइए जानते हैं कि आखिर इसकी वजह क्या है और इससे कैसे कम किया जा सकता है.
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इन 3 बीमारियां से अधिक पुरुषों मर रहे हैं. (Photo: AI-generated)
Male Health Awareness: दुनियाभर में मेडिकल साइंस की तरक्की के बावजूद पुरुषों की तुलना में महिलाएं इन बीमारियों से कम मरती हैं. एक ग्लोबल स्टडी में सामने आया है कि पुरुषों में डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन) और एचआईवी/एड्स से मौत का खतरा अधिक है. इसकी वजह सिर्फ शरीर नहीं बल्कि उनकी आदतें और समाज की सोच भी है. पुरुष ज्यादा स्मोकिंग करते हैं, शराब पीते हैं, असुरक्षित संबंध बनाते हैं और बीमारियों के लक्षणों को हल्के में लेते हैं. इसके अलावा वे डॉक्टर के पास कम जाते हैं और इलाज को अधूरा छोड़ देते हैं. इन सब कारणों की वजह से भी पुरुषों की मौत महिलाओं के मुकाबले ज्यादा होती है.
क्यों ज्यादा खतरे में हैं पुरुष?
एक रिसर्च में सामने आया है कि 86% देशों में पुरुष महिलाओं से ज्यादा स्मोकिंग करते हैं. इसकी वजह से उन लोगों में ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है.
पुरुषों में शराब पीने की आदत भी अधिक है।
बिना प्रोटेक्शन यौन संबंध बनाने की वजह से पुरुषों में एचआईवी संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है.
पुरुष अक्सर शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं और देर से डॉक्टर के पास जाते हैं.
महिलाओं में मोटापा जरूर ज्यादा पाया गया, लेकिन वो समय पर चेकअप करवाती हैं और इलाज को गंभीरता से लेती हैं.
कौन-सी बीमारियां ज्यादा जानलेवा हैं?
हाई ब्लड प्रेशर (Hypertension): हाई ब्लड प्रेशर को साइलेंट किलर कहा जाता है क्योंकि इसके लक्षण देर से सामने आते हैं, और इसकी वजह से इसके इलाज में देरी होती है. पुरुषों में ये जल्दी होता है और मौत का खतरा भी ज्यादा रहता है.
डायबिटीज: करीबन आधे देशों में पुरुषों की मौतें डायबिटीज से ज्यादा होती हैं, इसकी सबसे बड़ी वजह है, इसका देर से डायग्नोसिस और दवाइयों को समय पर न लेना. पुरुषों में ये अधिकतर देखा गया है कि वो डॉक्टर की सलाह को हल्के में लेते हैं और मेडिसन भी समय पर नहीं लेते हैं.
एचआईवी/एड्स: 56 प्रतिशत देशों में पुरुषों में एचआईवी (HIV) ज्यादा पाया गया और 64 प्रतिशत देशों में एड्स से मौतें भी पुरुषों में अधिक थीं. टेस्ट न करवाना और इलाज से कतराना इसका मुख्य कारण है.
पुरुषों के हेल्थकेयर से बचने के पीछे कई मानसिक और सामाजिक कारण होते हैं. पुरुषों को लगता है कि डॉक्टर के पास जाना कमजोरी है, काम और जिम्मेदारियों की वजह से भी वो चेकअप टालते रहते हैं. वहीं समाज में ये धारणा भी है कि पुरुष बीमार नहीं पड़ते. महिलाएं अक्सर स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी पर ज्यादा ध्यान देती हैं, जबकि पुरुष इस बारे में उतने जागरूक नहीं होते हैं.