बिहार में वोटर लिस्ट रिवीजन के खिलाफ 9 जुलाई को आयोजित बिहार बंद में इंडिया गठबंधन ने एक मार्च निकाला. इस दौरान राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और कुछ अन्य नेताओं ने एक ओपन वैन में सवार होकर रैली की. लेकिन, जब पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव और कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने इस वैन में चढ़ने की कोशिश की तो सिक्योरिटी ने उन्हें रोक दिया. वीडियो में उनके साथ धक्कामुक्की भी होती दिखती है.
अब सोशल मीडिया पर पप्पू यादव का एक वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें पप्पू किसी पत्रकार से बात करते हुए तेजस्वी यादव के खिलाफ बयान दे रहे हैं. वो कहते हैं, “इसका परिचय क्या है, लालू यादव का बेटा है बस ना? और क्या परिचय है इसका? आज लालू यादव के बेटे का… से नाम हट जाए साया, कुत्ता पूछ ले ना... मुखिया चुनाव जीतेंगे लालू यादव के बेटे का नाम हट जाएगा तो?”
कुछ लोगों का कहना है कि राहुल-तेजस्वी की रैली में बेइज्जत होने से नाराज पप्पू यादव ने तेजस्वी के खिलाफ ये टिप्पणी की है. फेसबुक पर ये वीडियो पोस्ट करते हुए एक शख्स ने लिखा, “तेजस्वी के नाम से लालू का नाम हट जाए तों कुत्ता भी नहीं पूंछेगा - पप्पू यादव. लगता है पप्पू यादव कों धक्का खाकर थोड़ी अक्ल आने लगीं है.”
जी न्यूज और एशियानेट न्यूज ने इस वीडियो को हालिया बताते हुए इसके बारे में खबर भी छापी है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि पप्पू यादव ने ये बयान हाल-फिलहाल में नहीं, बल्कि अक्टूबर 2020 में दिया था.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल वीडियो में 'Live Cities' नाम के न्यूज चैनल का लोगो और माइक दिखाई दे रहा है. इस क्लू की मदद से खोजने पर हमें इस वीडियो का एक लंबा वर्जन ‘लाइव सिटीज मीडिया प्राइवेट लिमिटेड’ नाम के यूट्यूब चैनल पर मिला. 16 अक्टूबर, 2020 को अपलोड हुए इस वीडियो में 5:45 सेकंड के बाद वायरल क्लिप वाला हिस्सा देखा जा सकता है.
पप्पू यादव का ये वीडियो बिहार विधानसभा चुनाव 2020 से ठीक पहले का है. 16 अक्टूबर, 2020 के इस वीडियो में पत्रकार, पप्पू यादव से उनके चुनावी प्रचार और उनकी जन अधिकार पार्टी को मिल रहे समर्थन को लेकर सवाल कर रहे थे. पूरे वीडियो में पप्पू ने नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के खिलाफ कई टिप्पणियां की थीं.
2020 में बिहार में 28 अक्टूबर को मतदान शुरू हुआ था और 10 नवंबर को नतीजे आए थे.
बता दें कि ‘आजतक’ से बातचीत के दौरान पप्पू यादव ने 10 जुलाई को सफाई पेश करते हुए कहा कि बिहार बंद मार्च के दौरान उन्हें धक्का नहीं मारा गया था, वो भीड़ के बीच खुद गिर पड़े थे. वहीं, इस घटना को लेकर ANI से बातचीत के दौरान भी पप्पू यादव ने सफाई पेश की थी. इसमें भी उन्होंने बताया था कि वो गाड़ी पर चढ़ते वक्त खुद गिर पड़े थे. साथ ही कांग्रेस के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए उन्होंने कहा था कि वो राहुल गांधी की विचारधारा पर काम कर रहे हैं.