scorecardresearch
 

फैक्ट चेक: रिहाइशी इलाकों में कुत्तों पर हमला करते तेंदुओं के वायरल वीडियो मुंबई के नहीं

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि दोनों में से एक भी वीडियो मुंबई का नहीं है. 11 अक्टूबर वाला वीडियो शिमला का है, तो वहीं 29 सितंबर का वीडियो नाशिक का है.

Advertisement

आजतक फैक्ट चेक

दावा
मुंबई के अनुभव नगर में कुत्तों पर हमला करते देखे गए तेंदुए.
फेसबुक यूजर्स ‘Shaikh Sallu’ और ‘Ashish Vengurlekar’
सच्चाई
वायरल वीडियो का मुंबई से कोई लेना-देना नहीं. एक नाशिक का है तो दूसरा शिमला का

जब से मुंबई के आरे इलाके के पेड़ काटे गए हैं, तबसे रिहाइशी इलाकों में कुत्तों पर हमला करते तेंदुओं के कुछ वीडियो वायरल हो रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो मुंबई के हैं. 4 और 7 अक्टूबर के बीच आरे में दो हज़ार से ज्यादा पेड़ काटे गए थे, जिसका काफी विरोध भी हुआ. मुंबई के इस इलाके में निर्माणाधीन मेट्रो रेल के लिए कार शेड बनना है.

फेसबुक यूजर 'Ashish Vengurlekar' ने एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'अभिनव नगर बोरीवली पूर्व, और जंगल काटते रहो'. पोस्ट में जो वीडियो है, वो एक सीसीटीवी फुटेज है जिसमें एक तेंदुआ एक काले कुत्ते पर हमला करता हुआ नजर आ रहा है.

इस रंगीन सीसीटवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि ये वाकया 29 सितंबर का है. इस वीडियो में काला कुत्ता घर के दरवाजे पर आराम से सोता नजर आता है, जब तेंदुआ उसपर हमला करता है. हालांकि कुत्ता तेंदुए की पकड़ से छूट जाता है और वीडियो के आखिर में तेंदुआ उसके पीछे भागता हुआ देखा जा सकता है.

Advertisement

इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां   देखा जा सकता है.

फेसबुक यूजर 'Shaikh Sallu' ने भी एक वीडियो अपलोड करते हुए लिखा, 'अभिनव नगर बोरीवली पूर्व.' इस नाटकीय वीडियो में तेंदुआ धीेरे-धीरे घर के दरवाजे पर सो रहे कुत्ते के एकदम ही पास पहुंच जाता है. बेखबर कुत्ता आराम से सोता रहता है और तेंदुआ उसपर हमला करता है. अपनी जान बचाने की कोशिश करते कुत्ते की आवाज सुनकर घर के लोग बाहर आते हैं और तेंदुआ भाग जाता है. इस वीडियो पर 11 अक्टूबर की तारीख लिखी है.

इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि दोनों में से एक भी वीडियो मुंबई का नहीं है. 11 अक्टूबर वाला वीडियो शिमला का है, तो वहीं 29 सितंबर का वीडियो नाशिक का है.

AFWA की पड़ताल

पहला वीडियो

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम ने सबसे पहले 29 सितंबर के वीडियो की पड़ताल की. वीडियो के कुछ फ्रेम्स का रिवर्स सर्च करने पर हमने पाया कि हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, तेंदुए का ये हमला महाराष्ट्र के नाशिक में हुआ. वहीं दैनिक जागरण  और इंडिया टुडे  ने इसे गुजरात के अमरेली का बताया. हालांकि इंडिया टुडे ने इसे बाद में सही कर दिया.

Advertisement

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम ने इंटरनेट पर नाशिक में तेंदुए के हमले से जुड़ा वीडियो ढ़ूंढा तो पाया कि धवल खाटीवाला नाम के एक शख्स ने यही वीडियो 12 अक्टूबर को यूट्यूब पर अपलोड करते हुए लिखा, “मेरे कुत्ते लिज्जी को एक तेंदुआ ले गया जो 6 फीट ऊंची कंपाउंड की दीवार फांदकर आया था. वो उसे 5 मिनट की लड़ाई के बाद ले गया. (वीडियो सीसीटीवी में कैद नहीं हो पाया, सिर्फ आवाज रिकॉर्ड हो पाई.) वो अब नहीं रही...'

इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम ने धवल के भाई मालव से बात की, जिन्होंने बताया, 'मेरा घर शिवकृपा बंगला, देवलाली के बार्न्स स्कूल रोड पर है जो कि मल्हारी बाबा नगर के पास है. ये तेंदुआ मेरे घर में घुसा था और घर में लगे दूसरे सीसीटीवी कैमरों में भी दिखा था. तेंदुए ने मेरे पालतू कुत्ते को मार दिया.' मालव ने हमें दूसरे सीसीटीवी कैमरों में कैद फुटेज भी भेजे जो ये दर्शाते हैं कि ये वीडियो नाशिक के देवलाली का ही है.

दूसरा वीडियो

AFWA ने 11 अक्टूबर के वीडियो के कुछ फ्रेम्स लिए और रिवर्स सर्च किया तो हमें न्यूज 18 और पंजाब केसरी  की न्यूज रिपोर्ट मिलीं.

इन खबरों के मुताबिक, ये हादसा हिमाचल प्रदेश के शिमला का है. 11 अक्टूबर को सुबह चार बजे एक तेंदुआ एक रिहाइशी इमारत की सीढ़ी चढ़ता दिखा और कुत्ते को धर दबोचा. कुत्ते जब चिल्लाने लगा तो तो घर के लोग बाहर आए. खबरों के मुताबिक, शिमला के इस इलाके में अक्सर ही तेंदुए दिखते रहते हैं.

Advertisement

निष्कर्ष

मुंबई का अभिनव नगर, बोरिवली पूर्व में संजय गांधी नेशनल पार्क के पास स्थित है. यहां पर तेंदुए 2016 में जरूर दिखे थे जिनके बारे में खबरें  छपी थीं. मुंबई के रिहाइशी इलाके में इसी साल अप्रैल में एक तेंदुआ दिखा था जिसकी खबर  कई अखबारों मे छपी थी. लेकिन हाल-फिलहाल मुंबई में कहीं भी तेंदुआ दिखने की कोई खबर नहीं है.

तो ये साफ है कि रिहाइशी इलाकों में पालतू कुत्तों पर तेंदुओं के हमले के वायरल वीडियो मुंबई के नहीं हैं.

(नाशिक से प्रवीण ठाकरे के इनपुट के साथ)

क्या आपको लगता है कोई मैसैज झूठा ?
सच जानने के लिए उसे हमारे नंबर 73 7000 7000 पर भेजें.
आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
Advertisement
Advertisement