देश में लॉकडाउन का एक महीना पूरा हो गया है, बावजूद इसके कोरोना के संक्रमण की रफ्तार कम नहीं हो रही है. भारत में कोरोनो वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 24 हजार से ज्यादा पहुंच गई है. दूसरी ओर इस बीमारी की अबतक कोई वैक्सीन नहीं आई है. वहीं डॉक्टर्स की ओर से कोरोना से बचने के लिए इम्युनिटी को मजबूत करने की सलाह दी जा रही है.
आज तक के ई-एजेंडा कार्यक्रम के 'चीनी वायरस, देसी इलाज' सत्र में आयुर्वेद के विशेषज्ञों ने कोरोना वायरस के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में आयुर्वेदिक पद्धति की भूमिका को लेकर चर्चा की. जिसमें बताया गया कि कैसे देसी इलाज के माध्यम से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है.
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जीवा आयुर्वेद के निदेशक डॉ. प्रताप चौहान ने बताया, 'आयुर्वेद में विस्तार रूप से लिखा है कि महामारी क्यों आती है और इलाज कैसे होगा. इलाज करते समय किन बातों का ध्यान दिया जाना चाहिए. वहीं उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस को तभी हराया जा सकता है जब इंसान की इम्युनिटी मजबूत हो.'
आयुर्वेद में इम्युनिटी बढ़ाने का सबसे बढ़िया तरीका च्वयनप्राश का सेवन माना गया है, क्योंकि उसमें विभिन्न प्रकार की जड़ी बूटियों का मिश्रण होता है. ये फेफड़ों के लिए काफी लाभदायक है.
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क्या है आयुष काढ़ा
डॉक्टर चौहान ने बताया इन दिनों घर में आयुष काढ़ा पॉपुलर हो गया है. लोग इसका सेवन कर रहे हैं. खास बात ये है कि इसे बनाने का तरीका काफी आसान है. डॉक्टर चौहान ने एक कप आयुष काढ़ा बनाने की विधि भी बताई.
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उन्होंने बताया कि एक कप आयुष काढ़ा बनाने के लिए एक कप पानी में चार तुलसी के पत्ते, दो काली मिर्च, अदरक, दालचीनी और मुनक्का डालकर पानी को उबाल लें. इसे मीठा करने के लिए इसमें गुड़ या शहद भी डालें. इसे दिन में दो बार पीने से शरीर की इम्युनिटी बढ़ती है. इसके अलावा हल्दी दूध का भी सेवन करें. आपको बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए काढ़ा पीने की सलाह दे चुके हैं.