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दूरदर्शन ने पहले रिजेक्ट किया था शो चाणक्य, ऐसे मिली परमिशन

मैं 1980 में उनके पास ये आइडिया लेकर गया था. लेकिन जब मैंने उन्हें ये प्रोजेक्ट बताया तो उनका जवाब था कि ये शो चैनल की काम करने की स्कीम में फिट नहीं होता है. हालांकि उन्हें मेरी राइटिंग स्किल्स पसंद आई थीं.

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चाणक्य शो का पोस्टर
चाणक्य शो का पोस्टर

कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया है. ऐसे में दूरदर्शन ने टीआरपी के लिए अपने तुरुप के इक्कों का इस्तेमाल करने का फैसला किया है. दूरदर्शन लगातार उन शोज को वापस ला रहा है जो टीआरपी के मामले में इतिहास रच चुके हैं. क्योंकि टीवी पर नए शोज नहीं आ रहे हैं इसलिए दर्शक एक बार फिर से पुरानी यादें ताजा कर रहे हैं और इन शोज को देख रहे हैं. रामायण, महाभारत, बुनियाद और मोगली जैसे कई शोज के बाद अब बारी है चाणक्य की.

डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी के निर्देशन में बना ये शो दूरदर्शन पर 1991 से 1992 के बीच प्रसारित किया गया था. शो में डॉ. चंद्रप्रकाश ने ही चाणक्य का किरदार निभाया था. अर्थशास्त्र और कूटनीति के जबरदस्त जानकार चाणक्य की नीतियों और शिक्षाओं पर आधारित इस शो को काफी पसंद किया गया था लेकिन क्या आप जानते हैं कि पहली नजर में दूरदर्शन ने इस शो को रिजेक्ट कर दिया था? TOI के साथ बातचीत में चंद्रप्रकाश ने उस वक्त को याद करते हुए पुरानी परतें खोलीं.

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रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने बताया, "मैं 1980 में उनके पास ये आइडिया लेकर गया था. लेकिन जब मैंने उन्हें ये प्रोजेक्ट बताया तो उनका जवाब था कि ये शो चैनल की काम करने की स्कीम में फिट नहीं होता है. हालांकि उन्हें मेरी राइटिंग स्किल्स पसंद आई थीं. मुझे हैरत हुई क्योंकि वो टीपू-सुल्तान जैसा शो प्रसारित कर रहे थे. तो फिर चाणक्य जैसे शो में उन्हें क्या दिक्कत हो सकती थी. मैंने उनकी ना को स्वीकार नहीं किया और इस बारे में ढेर सारी रिसर्च की."

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कब एक्सेप्ट हुआ प्रपोजल

चंद्रप्रकाश ने बताया कि वह बहुत लंबे वक्त तक उन्हें 20 पन्ने का लेटर लिखते रहे थे. उनके मजबूत तथ्यों को ध्यान में रखते हुए अंततः इस शो को चैनल पर लाने का फैसला कर लिया गया. उस दौर में बहुत सारे लोग चाणक्य पर शो बनाना चाहते थे और चैनल को अपना प्रपोजल भेज रहे थे. हालांकि मैं एक न्यूकमर था लेकिन बावजूद इसके 1986-1987 में मेरा प्रपोजल एक्सेप्ट कर लिया गया और 1988 में मैंने अपना पहला पायलट शॉट तैयार किया.

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