निर्देशक अभिनव कश्यप ने अपनी 2010 की फिल्म 'दबंग' की शानदार सफलता से धमाल मचाया था. इस फिल्म में सलमान खान लीड रोल में थे. उनके चुलबुल पांडे के किरदार को दर्शकों का खूब प्यार मिला था. लेकिन फिल्म के निर्माण के दौरान सलमान और अभिनव के बीच मतभेद उभरे, जिसके चलते अभिनव को 'दबंग फ्रेंचाइजी' दूसरे और तीसरे पार्ट में नहीं लिया गया था. इसी वजह से अभिनव कश्यप के मन में सलमान और उनके परिवार के प्रति कड़वाहट पैदा हो गई.
रणदीप हुड्डा से थी दिक्कत
एक नए इंटरव्यू में अभिनव कश्यप ने सलमान को 'गुंडा' बताया और कहा कि वह फिल्म में विलेन का रोल निभाने वाले सोनू सूद से 'इनसिक्योर' महसूस करते थे. उन्होंने यह भी खुलासा किया कि सलमान के शामिल होने से पहले, सोहेल खान, रणदीप हुड्डा को नायक के रूप में कास्ट करने के पक्ष में नहीं थे, क्योंकि उन्हें लगता था कि रणदीप बड़े स्टार नहीं हैं.
बॉलीवुड ठिकाना के साथ बातचीत में अभिनव ने हाल ही में दिए सलमान और उनके परिवार के बारे में अपने विवादास्पद बयानों पर विचार किया और कहा कि वह उनके साथ खड़े हैं. उन्होंने 'दबंग' की पिचिंग प्रक्रिया के बारे में बताया कि वो अरबाज खान के साथ 15 मिनट की बैठक से शुरू हुई थी. अभिनव ने कहा कि अरबाज खुद चुलबुल पांडे का रोल करने में दिलचस्पी रखते थे. लेकिन अभिनव को लगता था कि वह सपोर्टिंग रोल में ज्यादा बेहतर होंगे. अरबाज को कहानी पसंद आई, और उन्होंने अभिनव के लिए प्रोजेक्ट को प्रोड्यूस करने की का ऑफर रखा. लेकिन वे चाहते थे कि निर्देशक पहले सोहेल से मुलाकात करें.
सोहेल को भी कहानी पसंद आई, और दोनों भाइयों को यह जानने की उत्सुकता थी कि अभिनव के दिमाग में लीड रोल के लिए कौन है. उन्होंने बताया कि उन्होंने रणदीप हुड्डा से इस बारे में बात की थी, क्योंकि उनके बीच सालों से दोस्ती थी. डायरेक्टर ने बताया, 'रणदीप ने उस समय केवल दो फिल्में की थीं, और मैं कोई ऐसा व्यक्ति चाहता था जो रफ और टफ दिखे. रणदीप उस तरह के किरदार में फिट बैठते. उन्होंने कहा- नहीं यार, रणदीप हुड्डा का क्या मार्केट है, कौन पैसे लगाएगा?' अभिनव ने ये भी कहा कि उन्हें बड़े नाम के बारे में सोचने के लिए प्रोत्साहित किया गया था. उन्होंने सनी देओल, संजय दत्त और सलमान खान के नाम सुझाए थे. इसमें से सलमान का नाम सुनकर दोनों भाई उत्साहित हो गए थे.
अरबाज और सोहेल ने अभिनव कश्यप और सलमान खान की मुलाकात 'वीर' के सेट पर करवाई थी. अभिनव ने कहा कि सलमान ने कई मिनट तक बिना कुछ बोले उन्हें घूरा, और फिर सोहेल को बुलाया. उन्होंने सोहेल से पूछा कि उनके पास और कौन सी फिल्में हैं, और फिर इशारा किया जैसे कि 'दबंग' को प्राथमिकता दी जाएगी. अभिनव ने कहा कि उन्हें ज्यादातर निर्णय लेने की प्रक्रिया से दूर रखा गया, जो सलमान और उनके भाइयों द्वारा की गई थी. उदाहरण के लिए, सोनाक्षी सिन्हा की कास्टिंग उनकी भागीदारी के बिना हुई थी. लेकिन वह अंत में सोनाक्षी से खुश थे और उनके साथ काम करने का अनुभव अच्छा रहा.
सोनू सूद से इनसिक्योर थे सलमान
डायरेक्टर के मुताबिक, वह सलमान के बारे में ऐसा नहीं कह सकते. जब फिल्म के विलेन के लिए कास्टिंग की चर्चा शुरू हुई, तो अभिनव ने सोनू सूद का नाम सुझाया, क्योंकि वह चुलबुल पांडे के लिए तगड़ा कॉम्पिटिशन चाहते थे. अभिनव ने कहा, 'सोनू मेरा सुझाव था. हम पुराने दोस्त थे. मैंने उन्हें मणि रत्नम की युवा में कास्ट होने में मदद की थी. मुझे लगता था कि वह युवा अमिताभ बच्चन की तरह दिखते हैं. खलनायक के लिए मैं किसी ऐसे व्यक्ति को चाहता था जो सलमान से अधिक मजबूत दिखे. मुझे पता था कि सोनू की हाइट अच्छी है. लेकिन सलमान ज्यादा उत्साहित नहीं थे. वह बहुत इनसिक्योर थे, क्योंकि सोनू का शरीर अच्छा था. कटरीना ने उन्हें मनाने में मदद की. वह उन दिनों सलमान के आसपास बहुत रहती थीं, और उन्होंने सोनू को कास्ट करने के विचार का समर्थन किया था.'
अभिनव ने खुलासा किया कि उन्होंने फिल्म कटरीना कैफ को भी फिल्म का ऑफर दिया था. लेकिन किसी कारणवश वो इसमें शामिल नहीं हुईं. सोनाक्षी को सलमान और उनके भाइयों ने चुना था. अभिनव ने बताया कि उन्होंने सोनाक्षी से पहली बार फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर बात की थी. 'दबंग' एक बड़ी हिट थी, लेकिन अभिनव को सीक्वल के लिए वापस नहीं बुलाया गया. इसके बाद उन्होंने कई मौकों पर खान परिवार के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त की है.