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'बेटी को अपना लो, पवन सिंह के पैरों में गिरकर गुहार लगाई', बोले पावर स्टार के ससुर

भोजपुरी अभिनेता और भाजपा नेता पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने का मना बना लिया है. ज्योति सिंह के पिता रामबाबू सिहं ने खुद ये जानकारी दी है.

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पवन सिंह पर ज्योति के पिता का बयान (Photo: X/@PawanSingh909)
पवन सिंह पर ज्योति के पिता का बयान (Photo: X/@PawanSingh909)

भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. बिहार विधानसभा चुनाव से पहले हंगामे के बाद पवन सिंह ने चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया. वहीं इन सब के बीच ज्योति सिंह के पिता रामबाबू सिंह का बड़ा बयान पवन सिंह और बेटी ज्योति को लेकर आया है. जिसमें उन्होंने दावा किया कि वो चुनाव लड़ कर रहेगी.

क्या ज्योति सिंह के पिता ने?
ज्योति के पिता रामबाबू सिंह से जब पूछ गया कि पवन सिंह का एक वीडियो आया था, जिमसें वो कह रहे थे कि आपने उनसे कहा है कि मेरी बेटी को विधायक बना दीजिए. इसमें कितनी सच्चाई है? इस पर रामबाबू ने कहा, 'मैं पवन जी से इतना ही कहना चाहूंगा कि ये तीन महीने पहले की बात है, मैं लखनऊ गया हुआ था. जाने के बाद मुझे भी घर में घुसने नहीं दिया जा रहा था, लेकिन मैं जबरदस्ती घर में घुस गया. मैं पवन जी से ये कहना चाहता हूं कि आप कितना झूठ बोलेंगे. आपने ये क्यों नहीं बोला कि रामबाबू ने पैरों में गिरकर, अपनी बेटी को रखने की जिद कर रहे थे. मैं रो-रोकर उनसे गुहार लगा रहा था कि सब भूल जाइये. आपके लिए ज्योति ने तपस्या की, लोकसभा चुनाव में प्रचार किया, आप एसी में सोए रहते थे. मैं भी आपके साथ प्रचार में गया था. ज्योति ने दिन रात प्रचार किया. मैं वो देखकर काफी खुश हुआ कि चलो अब दोनों एक हो जाएंगे.'

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जब रामबाबू सिंह से पूछा गया कि उस समय लगा था कि पवन और ज्योति एक हो जाएंगे? इस पर उन्होंने जवाब दिया, 'मैंने ज्यादा मेहनत नहीं की थी लेकिन ज्योति की मेहनत काबिले तारीफ थी. क्षेत्र के लोग उसकी चिंता कर रहे थे. वो दिन रात एक कर दी. ये चीजें उसकी आपको दिखाई नहीं दी. मेरी बेटी जैसी अब आपको नहीं मिलेगी. वो उसे खो चुके हैं. उसे खोने में बहुत बड़ा हाथ पवन सिंह का है.'

ज्योति ने चुनाव लड़ने का फैसला क्यों लिया?
जब ज्योति सिंह के पिता से पूछा गया कि पवन सिंह को मिले ढाई लाख वोट किसका फल है और क्या आपको लगता है कि उस चुनाव की वजह से आपकी बेटी ने फैसला लिया कि उन्हें चुनाव लड़ना है? इस पर रामबाबू ने कहा, 'नहीं, उस समय ये फैसला नहीं लिया. उसने चुनाव हारने के बाद एक पोस्ट की थी कि अभी बहुत दमखम हैं. अभी हम हारे नहीं हैं. जब वो ऐसा बोल दी, तो वहां (काराकाट) के लोगों ने बुलाया कि पवन सिंह नहीं आ रहे तो आप आईये. इस दौरान काफी लोगों ने कहा कि भाभी आप चुनाव लड़िए हम आपके साथ हैं. जो उसे समझ में आया वो उसने किया. 

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रामबाबू सिंह ने बताया कि अंत में बताया कि ज्योति सिंह ने चुनाव लड़ने का फैसला तो कर लिया है कि वो चुनाव लड़ेंगी. हालांकि उन्होंने ये नहीं बताया कि वो किस पार्टी से लडेंगी. इस समय में वो पटना में है, लेकिन उसने मुझसे कहा है कि अगर कोई पार्टी टिकट नहीं देगा तो मैं निर्दलीय ही चुनाव लड़ूंगीं.

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