मनेर विधानसभा सीट के नतीजे आ गए हैं. राष्ट्रीय जनता दल प्रत्याशी भाई वीरेंद्र ने बीजेपी उम्मीदवार निखिल आनंद को 32,917 वोटों के अंतर से हराया. भाई वीरेंद्र को कुल 94,223 वोट मिले, जबकि निखिल आनंद को कुल 61,306 वोट मिले हैं. वोट प्रतिशत की बात करें तो आरजेडी को 47.44 प्रतिशत और बीजेपी को 30.86 प्रतिशत वोट मिले हैं. बिहार की मनेर विधानसभा सीट पर इस बार 3 नवंबर को वोट डाले गए, यहां कुल 61.16 फीसदी मतदान हुआ था.
कौन-कौन मैदान में?
भारतीय जनता पार्टी – निखिल आनंद
राष्ट्रीय जनता दल – भाई विरेंद्र
शिवसेना – रबिंद्र कुमार
विधानसभा सीट का राजनीतिक इतिहास
1952 से अबतक इस सीट पर 16 बार विधानसभा चुनाव हुए हैं, इनमें शुरुआती दशकों में यहां कांग्रेस को बड़ी सफलता मिली है. लेकिन पिछले कुछ वक्त में कांग्रेस यहां से गायब ही हो गई. 1990 के बाद कांग्रेस यहां कोई चुनाव नहीं जीत पाई है. वहीं, 2005 के बाद से ही राष्ट्रीय जनता दल ने अपना कब्जा इस सीट पर जमाया हुआ है.
क्या कहता है सामाजिक तानाबाना?
कई पंचायतों को जोड़कर बनी मनेर विधानसभा में यादव समुदाय के वोटरों का दबदबा है. यहां करीब एक लाख से अधिक यादव वोटर हैं, उसके बाद सवर्ण, महादलित वोटरों का नंबर आता है. ऐसे में राजनीतिक दल जातिगत समीकरण के आधार पर ही अपनी रणनीति तैयार कर रहे हैं. 2015 के चुनाव के हिसाब से यहां पर कुल वोटरों की संख्या 3 लाख के करीब वोटर हैं.
2015 में क्या रहे थे नतीजे?
पिछले विधानसभा चुनाव में राजद और जदयू एक साथ ही लड़े थे, ऐसे में ये सीट राजद के खाते में गई थी. राजद की ओर से भाई वीरेंद्र यादव को यहां पर करीब 90 हजार वोट मिले थे, जबकि भाजपा के श्रीकांत निराला को 66 हजार वोट मिल पाए थे. श्रीकांत निराला इससे पहले जदयू और राजद दोनों पार्टी से चुनाव लड़ चुके हैं.