केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को बिहार में चुनावी रैली के दौरान INDIA गठबंधन, कांग्रेस और आरजेडी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव अपने बेटे तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री और सोनिया गांधी अपने बेटे राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं, लेकिन दोनों पद खाली नहीं हैं.
अमित शाह ने दरभंगा रैली में कहा कि भाजपा ने बिहार चुनाव में कई युवाओं को टिकट दिया है, लेकिन आरजेडी और कांग्रेस ने नहीं. लालू जी अपने बेटे को मुख्यमंत्री और सोनिया जी अपने बेटे को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं, लेकिन मैं उन्हें बता दूं कि दोनों कुर्सियां खाली नहीं हैं.
शाह ने INDIA गठबंधन को ‘ठगबंधन’ करार देते हुए कहा कि लालू यादव चारा, बिटुमेन और जमीन के बदले नौकरी घोटालों में शामिल रहे हैं, जबकि कांग्रेस ने 12 लाख करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार किए.
PFI पर उठाए सवाल, ‘जंगलराज वापसी’ का आरोप
बिहार चुनाव की विस्तृत कवरेज के लिए यहां क्लिक करें
बिहार विधानसभा की हर सीट का हर पहलू, हर विवरण यहां पढ़ें
अमित शाह ने कहा कि अगर आरजेडी-कांग्रेस गठबंधन सत्ता में आया, तो PFI के गिरफ्तार सदस्यों को जेल से बाहर निकाल दिया जाएगा. उन्होंने कहा, 'PFI के लोग पटना के फुलवारीशरीफ में सक्रिय थे. पूरे देश में छापेमारी कर इन्हें जेल भेजा गया. क्या ये लोग जेल में रहेंगे अगर महागठबंधन सत्ता में आता है?'
‘सेव इंफिल्ट्रेटर्स यात्रा’ पर राहुल गांधी को घेरा
रैली के दौरान शाह ने राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ पर तंज कसते हुए कहा. उन्होंने कहा कि कुछ महीने पहले राहुल बिहार आए थे, लेकिन असल में वह ‘सेव इंफिल्ट्रेटर्स यात्रा’ थी. राहुल और तेजस्वी चाहते हैं कि घुसपैठियों के नाम वोटर लिस्ट में बने रहें. वे बिहार में फिर से ‘जंगलराज’ लाना चाहते हैं.
‘करपूरी ठाकुर का सम्मान छीनना चाहते हैं’
अमित शाह ने कहा कि INDIA गठबंधन पूर्व मुख्यमंत्री जननायक करपूरी ठाकुर का सम्मान छीनना चाहता है. मोदी जी ने करपूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया, लेकिन विपक्ष अब उनसे ‘जननायक’ का खिताब भी छीनना चाहता है. यही कांग्रेस थी जिसने बाबू जगजीवन राम को प्रधानमंत्री बनने से रोका था.
‘पांच पांडव’ वाली NDA, ऐतिहासिक जीत का दावा
शाह ने कहा कि बिहार में NDA की सरकार ‘पांच पांडवों’ की तरह मजबूत गठबंधन है और इस बार INDIA गठबंधन का सूपड़ा साफ हो जाएगा. यह चुनाव बिहार में ‘जंगलराज’ की वापसी रोकने का चुनाव है. NDA की ऐतिहासिक जीत तय है.

