पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) सुप्रीमो ममता बनर्जी सोमवार को एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान उस समय बेहद नाराज हो गईं, जब उनके भाषण के बीच में ही माइक ने काम करना बंद कर दिया.
नेताजी इंडोर स्टेडियम में आयोजित टीएमसी के बूथ स्तरीय एजेंटों (BLA) की इस महत्वपूर्ण बैठक में आई तकनीकी खराबी को मुख्यमंत्री ने महज एक इत्तेफाक मानने से इनकार कर दिया. उन्होंने इस घटना को महज तकनीकी चूक मानने से इनकार करते हुए ‘साजिश’ की आशंका जताई और कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी.
बैठक अपने तय समय पर शुरू हुई थी और ममता बनर्जी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रही थीं. तभी अचानक माइक सिस्टम फेल हो गया. करीब कुछ मिनटों तक संबोधन रुका रहा, जिससे मुख्यमंत्री का पारा चढ़ गया. उन्होंने मंच से ही सुरक्षा और आयोजन की जिम्मेदारी संभाल रहे पुलिस अधिकारियों और पार्टी कार्यकर्ताओं को कड़ी फटकार लगाई.
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"क्या यह सब जानबूझकर किया गया?"
गुस्से में नजर आ रही ममता बनर्जी ने सवालिया लहजे में कहा, "स्टेडियम में माइक्रोफोन काम क्यों नहीं कर रहे हैं? यह आप सबकी जिम्मेदारी है. पुलिस इस पर नजर क्यों नहीं रख रही है? पार्टी कार्यकर्ता मदद क्यों नहीं कर रहे हैं? क्या यह कोई साजिश है? ऐसा हर दिन क्यों हो रहा है? मैं इस बार निश्चित रूप से सख्त कार्रवाई करूंगी."
व्यवस्था पर उठाए सवाल हालांकि तकनीकी टीम ने कुछ ही मिनटों में खराबी को दूर कर लिया और बैठक दोबारा शुरू हुई, लेकिन मुख्यमंत्री के तेवरों ने स्पष्ट कर दिया कि वे सुरक्षा और प्रोटोकॉल में किसी भी तरह की ढिलाई को बर्दाश्त नहीं करेंगी.
यह बैठक आगामी सांगठनिक चुनावों और रणनीतियों के लिहाज से बेहद अहम थी, लेकिन तकनीकी चूक ने पूरी चर्चा का रुख मुख्यमंत्री की नाराजगी की ओर मोड़ दिया.