हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी अपनी सबसे बड़ी जीत के साथ सरकार बनाने जा रही है. पार्टी 48 सीटों पर जीत हासिल कर चुकी है. लेकिन कुरूक्षेत्र की पिहोवा सीट कांग्रेस ने अपने नाम की है. यहां से बीजेपी उम्मीदवार के साथ-साथ गुरनाम सिंह चढूनी को भी हार मिली है.
किसान आंदोलन का किया था नेतृत्व
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले गुरनाम सिंह चढूनी को हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है. चढूनी कुरूक्षेत्र की पिहोवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे थे. संयुक्त संघर्ष पार्टी के उम्मीदवार गुरनाम सिंह चढूनी को केवल 1170 वोट मिले.
पिहोवा से कांग्रेस उम्मीदवार जीते
पिहोवा विधानसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार मनदीप चट्ठा ने जीत हासिल की है. उन्हें 64548 वोट मिले हैं. भले ही बीजेपी राज्य में सरकार बनाने की ओर बढ़ रही है लेकिन पिहोवा में उसे हार का सामना करना पड़ा है.
यहां कांग्रेस के मनदीप चट्ठा ने बीजेपी के उम्मीदवार जय भगवान शर्मा को 6553 वोटों से शिकस्त दी. भगवान शर्मा को 57995 वोट मिले. वहीं इंडियन नेशनल लोकदल के प्रत्याशी बलदेव सिंह वड़ैच को 1772 वोट मिले.
तीसरी बार सरकार बनाने जा रही बीजेपी
बता दें कि हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर 5 अक्टूबर को वोटिंग हुई थी. इस बार कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला था. बीजेपी हरियाणा में पिछले 10 साल से सत्ता में थी. इस विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने कमाल कर दिया है. सूबे में बीजेपी जहां 48 सीटों पर आगे चल रही है, वहीं कांग्रेस 37 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. इंडियन नेशनल लोक दल 2 सीटों पर तो निर्दलीय तीन सीटों पर आगे हैं.