scorecardresearch
 

'मन से दुखी हूं लेकिन...' बिहार चुनाव में सिर्फ 6 सीटें मिलने पर छलका जीतन राम मांझी का दर्द

एनडीए में सीट बंटवारे के बाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि उन्होंने NDA से 15 सीटों की मांग की थी, पर उन्हें केवल 6 सीटें दी गईं जिससे वो मन से दुखी हैं, इसके बावजूद मांझी ने कहा कि वो नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में NDA की जीत के लिए पूरा प्रयास करेंगे, मांझी ने कहा कि उनकी पार्टी को एक सीट भी मिलती तो भी हम प्रधानमंत्री का आभारी रहते.

Advertisement
X
कम सीट मिलने पर दुखी हुए जीतनराम मांझी (File Photo: PTI)
कम सीट मिलने पर दुखी हुए जीतनराम मांझी (File Photo: PTI)

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर NDA में सीट बंटवारा होने के बाद हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने पहली बार खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर की है. रविवार को शीट शेयरिंग के तहत उनकी पार्टी को चुनाव लड़ने के लिए सिर्फ 6 सीटें मिली हैं.

मांझी का छलका दर्द

इसको लेकर मांझी ने कहा कि उन्होंने बिहार में अपनी पार्टी की पहचान बनाए रखने के लिए 15 सीटों की मांग की थी, लेकिन उनकी बात पर पूरी तरह गौर नहीं किया गया. उन्होंने कहा 'हम मान्यता के लिए संघर्ष कर रहे हैं, पर हमें नजरअंदाज किया जा रहा है, जिससे पार्टी कार्यकर्ताओं में निराशा है.'

'अगर एक सीट भी...'

बिहार चुनाव की विस्तृत कवरेज के लिए यहां क्लिक करें

बिहार विधानसभा की हर सीट का हर पहलू, हर विवरण यहां पढ़ें

हालांकि मांझी ने यह भी साफ किया कि वो NDA गठबंधन के साथ पूरी मजबूती से खड़े रहेंगे और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर पूरा भरोसा रखते हैं. उन्होंने कहा, 'मन से तो दुखी हूं 6 सीट से, लेकिन NDA को चुनाव में जीताने की पूरी कोशिश करेंगे, हमको एक सीट भी दिया जाता तो भी हम नरेंद्र मोदी का आभारी रहते.'

वहीं मांझी की पार्टी HAM को जो सीटें दी गई हैं उसको लेकर कहा जा रहा है कि इसमें कुछ ऐसे इलाके शामिल हैं जहां पार्टी की पकड़ सीमित है, बावजूद इसके, मांझी ने चुनावी मैदान में सक्रिय भूमिका निभाने का फैसला किया है.

Advertisement

बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेगी बीजेपी-जेडीयू

वहीं दूसरी तरफ NDA की ओर से मांझी को मनाने की कोशिशें भी जारी हैं. माना जा रहा है कि बीजेपी और जेडीयू दोनों ही चाहते हैं कि मांझी का जनाधार NDA के पक्ष में पूरी तरह सक्रिय रहे, क्योंकि दलित समुदाय में उनका प्रभाव कई सीटों पर निर्णायक साबित हो सकता है.

बता दें कि इस बार बीजेपी और जेडीयू बिहार में बराबर-बराबर सीटों यानी की 101-101 पर लड़ेगी जबकि चिराग पासवान की पार्टी को 29 सीट मिली हैं. वहीं उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी की पार्टी को 6-6 सीटों दी गई हैं. बिहार में दो चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे, पहले फेज में 6 नवबंर को जबकि दूसरे फेज में 11 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. चुनाव नतीजों की घोषणा 14 नवंबर को होगी.

 

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement