जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी की पहली महिला वाइस-चांसलर (कुलपति) प्रोफेसर नजमा अख्तर को 26 मई को यूनिवर्सिटी में सम्मानित किया जाएगा. अप्रैल 2019 में प्रो. नजमा ने यूनिवर्सिटी के कुलपति पद का पद्भार संभाला था. उनसे पहले तलत अहमद जामिया के कुलपति थे. बता दें कि प्रो. नजमा जामिया की पहली महिला कुलपति हैं. उनसे पहले मणिपुर की राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला जामिया की कुलाधिपति नियुक्त की जा चुकी हैं.
इस पद के लिए आईआईटी-दिल्ली के एसएम इश्तियाक और एसोसिएशन ऑफ यूनिवर्सिटीज के महासचिव फुरकान कमर के नाम भी सुझाए गए थे. इन पदों का चुनाव राष्ट्रपति करते हैं. वे केंद्रीय विश्वविद्यालय के विजिटर के तौर पर इन नामों को स्वीकृति देते हैं.
प्रोफेसर नजमा को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जामिया के कुलपति के पद से नवाजा था. उन्होंने प्रो. नजमा को पांच साल के लिए जामिया का कुलपति नियुक्त किया है. प्रो. नजमा पहले नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशनल प्लानिंग एंड एडमिनिस्ट्रेशन (NIEPA) से जुड़ी थीं. उन्होंने इलाहाबाद में पहला स्टेट लेवल मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट (SIEMET) की शुरूआत की थी. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से गोल्ड मेडल प्राप्त प्रो. नजमा ने यूनिवर्सिटी ऑफ वॉरविक से भी शिक्षा हासिल की है.
जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी की स्थापना 1920 में की गई थी. स्थापना के बाद यह पहली बार हुआ है जब किसी महिला को कुलपति के पद पर नियुक्त किया गया है. बता दें कि सम्मान समारोह के बाद विवि परिसर में इफ्तार पार्टी का भी आयोजन किया गया है.