इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) के लखनऊ स्थित रीजनल सेंटर में केंद्र ने रविवार को 'परामर्श' नाम से एक दिवसीय करियर शिविर का आयोजन किया जिसमें लगभग 500 से भी अधिक छात्रों एवं उनके अभिभावकों ने भाग लिया. अलीगंज स्थित इग्नू के ऑफिस पर लगाए गए शिविर में विषय विशेषज्ञों से इग्नू द्वारा संचालित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया, शैक्षणिक विधि एवं मूल्यांकन विधियों की विस्तृत जानकारी दी.
डॉ. मनोरमा सिंह, क्षेत्रीय निदेशक ने बताया कि इस कार्यक्रम में उन छात्र एवं छात्राओं की संख्या अधिक थी, जिन्होंने हाल में ही 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है एवं उन्हें दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से ही स्नातक की पढ़ाई करनी है. बहुत छात्रों ने बीए करने की मंशा व्यक्त की, क्योंकि भविष्य में उन्हें सिविल सर्विसेज की परीक्षाओं में शामिल होना है.
ऐसे छात्रों को विशेषज्ञों ने बताया कि उनकी रुचि के अनुसार उन्हें उन विषयों का चयन करना चाहिए, जिससे उन्हें सिविल सर्विसेज की परीक्षाओं की तैयारी करने में लाभ मिले. हाल में ही घोषित सिविल सर्विसेज परीक्षा परिणाम में इग्नू के बीए के छात्र अमनदीप दुली अपने प्रथम प्रयास में ही उत्तीर्ण हुए हैं जिन्होंने जून 2013 में बीए इग्नू से पास किया है. इनका उदाहरण छात्रों के लिए एक प्रेरणास्रोत है.
इसके अलावा बीकॉम करने के इच्छुक बहुत सारे छात्र इस शिविर में आए. उन्हें यह भी बताया गया कि बीकॉम के साथ वे सीए/सीएस/आईसीडब्लूए कर सकते हैं एवं इन संस्थाओं के फाउंडेशन कोर्स करने के बाद इग्नू द्वारा इन संस्थाओं के सहयोग से बनाए गए बीकॉम पाठ्यक्रम में भी प्रवेश ले सकते हैं.
कार्यक्रम में शैली त्रिवेदी भी मौजूद थीं, जिन्होंने पढ़ाई छूटने के 20 वर्षो बाद इग्नू में एडमिशन लेकर बीकॉम की पढ़ाई शुरू की. वह अपनी बेटी का ग्रैजुएशन में प्रवेश के लिए परामर्श लेने आई थीं. शैली ने कहा कि युवा छात्रों को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए कि किस प्रकार गृहस्थी के कार्यों से समय निकालकर वे अपनी पढ़ाई पूरी कर रही हैं और फर्स्ट ईयर उन्होंने अच्छे अंकों से पास भी कर लिया है.