scorecardresearch
 

IIT, IIM और AIIMS में कर्मयोगी स्टूडेंट चैप्टर लॉन्च... जानिए इससे किसे होगा फायदा

IIT, IIM और AIIMS में आदिवासी युवाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से कर्मयोगी स्टूडेंट चैप्टर शुरू किया गया है. योजना का केंद्र आईआईटी दिल्ली के बिरसा मुंडा सेल बनेगा.

Advertisement
X
नागपुर के आईआईएम और एम्स समेत देश के कईं शिक्षण संस्थानों में यह योजना शुरू होगी. (फोटो-ITG)
नागपुर के आईआईएम और एम्स समेत देश के कईं शिक्षण संस्थानों में यह योजना शुरू होगी. (फोटो-ITG)

मिनिस्ट्री ऑफ ट्राइबल अफेयर्स ने आईआईटी, आईआईएम, एम्स और एनआईटी समेत देश के प्रमुख शिक्षा संस्थानों में आदि कर्मयोगी स्टूडेंट चैप्टर लांच किए हैं. मंत्रालय के अनुसार इन्हें लांच करने का उद्देश्य ट्राइबल युवाओं का मार्गदर्शन करना और उन्हें भविष्य में सशक्त इनोवेटर और एंटरप्रेन्योर बनाना है.

आईआईटी दिल्ली से होगा संचालन

यह योजना आईआईटी दिल्ली के भगवान बिरसा मुंडा सेल से संचालित होगी. इसे वहीं लांच किया गया. आईआईटी दिल्ली के डायरेक्टर प्रोफेसर रंगन बनर्जी ने इसे ट्राइबल युवाओं और क्षेत्रों के लिए मार्गदर्शन, इनोवेशन और समस्याओं के समाधान का मंच बताया.

लांच कार्यक्रम के दौरान ट्राइबल अफेयर्स सेक्रेट्री विभु नायर ने कहा कि इन चैप्टर्स के जरिए भारत के प्रमुख शिक्षा संस्थानों और जनजातीय समुदायों के बीच का अंतर कम होगा, और छात्र जनजातीय विकास कार्यक्रमों से जुड़कर देश के सामाजिक, शैक्षिक और उद्यमित्ता विकास में अपना योगदान देंगे. 

पीएम मोदी ने किया था योजना का अनावरण

यह चैप्टर्स दुनिया का सबसे बड़ा आदिवासी आंदोलन माने जाने वाले आदि कर्मयोगी अभियान के तहत शुरू किए गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनजातीय गौरव वर्ष (नवंबर 2024-25) के दौरान 17 सितंबर 2025 को इस योजना का अनावरण किया था.

Advertisement

कौन-कौन से संस्थान शामिल हुए?

योजना के पहले फेज में इन संस्थानों को शामिल किया गया है-

  1. आईआईटी दिल्ली, आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी धारवाड़, आईआईटी हैदराबाद, आईआईएम सिरमौर और आईआईएम नागपुर जैसे इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट संस्थान
  2. एम्स नागपुर, एम्स गोरखपुर, एम्स बठिंड़ा और वीएमएमसी-सफदरजंग अस्पताल जैसे चिकित्सा संस्थान
  3. आईआईएसईआर मोहाली, एसवीएनआईआरटीएआर और इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ स्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी (आईआईएसटी) त्रिवेंद्रम जैसे विज्ञान और रिसर्च केंद्र
  4. डीटीयू दिल्ली, ट्रिपल आईटीडीएम कुरनूल, बीआईटी मेसरा, आरजीएनयूएल पटियाला, एनईआरआईएसटी अरुणाचल प्रदेश, श्री चित्रा तिरुनल संस्थान और दिल्ली, पटना, रायपुर, पुडुचेरी और मेघालय की एनआईटी जैसी तकनीकी और लॉ यूनिवर्सिटीज
  5. आईएचएम कुफरी, आईएचएम थरामनी, आईएचएम पूसा, आईएचएम भोपाल और आईएचएम भुवनेश्वर जैसे होटल मैनेजमेंट संस्थान

सभी ने इसे 2047 तक विकसित भारत सुनिश्चित करने की ओर एक जरूरी कदम बताया.

स्टूडेंट चैप्टर्स के जरिए क्या-क्या होगा?

आदि कर्मयोगी चैप्टर्स इन क्षेत्रों में काम करेंगे-

  • मार्गदर्शन और शिक्षा: आईआईटी, आईआईएम और एम्स के छात्रों को एकलव्य मॉडल आवासीय स्कूल (ईएमआरएस) और आश्रम स्कूलों से जोड़ना
  • एंटरप्रेन्योरशिप सहायता: जनजातियों द्वारा शुरू किए गए स्टार्टअप्स के लिए 50 करोड़ रुपए का वेंचर फंड़ प्रदान करना
  • इनोवेशन में चुनौतियां: जनजातीय समुदायों की समस्याओं के लिए तकनीक-आधारित हल ढ़ूंढने के लिए हैकाथॉन और वर्कशॉप्स का आयोजन
  • ग्रामीण विकास के लिए प्रोजेक्ट: गावों के लिए विजन 2030 का प्लान, स्वॉट (SWOT) एनालिसिस और सस्टेनेबल डेवेलपमेंट की रणनीतियां तैयार करना
  • स्किल ट्रेनिंग: आईआईएससी बेंगलुरू के साथ मिलकर सेमीकंडक्टर और फ्रंटीयर टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में मौके देना

इसके अलावा यह चैप्टर्स मिनिस्ट्री ऑफ ट्राइबल अफेयर्स, राज्य सरकारों और जिला प्रशासनों के साथ इंटर्नशिप की सुविधा भी देंगे. स्टूडेंट लीडरों और मार्गदर्शकों को सम्मानित भी किया जाएगा.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement