डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय (AKTU) के कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडेय को लखनऊ के ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के कुलपति का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. अब उनके पास दो-दो विश्वविद्यालयों का जिम्मा है.
यह निर्णय उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लिया गया है, जिसका उद्देश्य दोनों विश्वविद्यालयों के बीच समन्वय और सहयोग को बढ़ावा देना है. प्रोफेसर पांडेय को अपने नए पद पर अतिरिक्त प्रभार संभालने के लिए निर्देश दिए गए हैं.
प्रोफेसर जेपी पांडेय AKTU के कुलपति के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं. उनकी विशेषज्ञता तकनीकी शिक्षा और अनुसंधान में है, और उन्होंने कई शोध पत्र और पुस्तकें प्रकाशित की हैं. वे काफी अनुभवी और विशेषज्ञ शिक्षक के रूप में जाने जाते हैं.
ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय एक महत्वपूर्ण शैक्षिक संस्थान है, जो उत्तर प्रदेश में स्थित है. यह विश्वविद्यालय भाषा, साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में शिक्षा और अनुसंधान के अवसर प्रदान करता है. यहां कई सारे कोर्सेस संचालित होते हैं.
विश्वविद्यालय का नाम अजमेर के सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के नाम पर रखा गया है, जो अपनी उदारता और परोपकार के लिए पूरी दुनिया में जाने जाते हैं. ख्वाजा मोइनुद्दीन का जन्म 1141 ई. में अफगानिस्तान के हेरात में चिश्ती में हुआ था. उन्हें 'गरीब नवाज' के नाम से भी जाना जाता है, वे भारतीय उपमहाद्वीप में सूफीवाद के चिश्ती संप्रदाय के सबसे प्रसिद्ध संत थे.