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15 अगस्त को Flag Hoisting, 26 जनवरी को Flag Unfurling, जानें फर्क

15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) को प्रधानमंत्री लाल किले पर झंडा फहराते (Flag Hoisting)हैं. 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) को राष्ट्रपति राजपथ (अब कर्तव्य पथ) पर झंडा “अभिवंदन” करते हैं या फैलाते (Flag Unfurling)हैं, चलिए जानते हैं फर्क.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. (Photo: India Today)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. (Photo: India Today)

देश 79वें स्वतंत्रता दिवस (Independence Day 2025) के जश्न में डूबा है. इस मौके पर लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तिरंगा फहराया और देशवासियों को संबोधित किया. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री के रूप में यह पीएम मोदी का लाल किले से 12वां संबोधन होगा. इससे पहले भी कई मौकों पर वह भगवा पगड़ी पहन चुके हैं. लेकिन यह पहली बार है पीएम की जैकेट और पगड़ी दोनों का रंग भगवा है. आपको बता दें कि 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) को प्रधानमंत्री लाल किले पर झंडा फहराते (Flag Hoisting)हैं. 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) को राष्ट्रपति राजपथ (अब कर्तव्य पथ) पर झंडा “अभिवंदन” करते हैं या फैलाते (Flag Unfurling)हैं, चलिए जानते हैं फर्क.

1950 के पहले नहीं था राष्ट्रपति पद 
26 जनवरी को हमारा संविधान लागू हुआ था, इसलिए इस दिन राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं. आपको बता दें कि President of India को Protector of constitution भी कहा जाता है. डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने 26 जनवरी 1952 से 1962 तक भारत के पहले राष्ट्रपति के पद पर स्थापित थे. इससे (1950)  पहले राष्ट्रपति जैसा हमारे देश में कोई पद नहीं था.  

इसलिए प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के द्वारा 15 अगस्त 1947 को पहली बार हमारे देश के झंडे को नीचे से ऊपर की ओर चढ़ाया गया था. नीचे से ऊपर झंडा चढ़ाने के प्रोसेस को ध्वजारोहण ( Flag Hoisting) कहते हैं, और 26 जनवरी 1950 को झंडा पहले से ही ऊपर था. इसलिए 26 जनवरी को झंडा नीचे से ऊपर नहीं लेकर जाते हैं, वे पहले से ऊपर होता है, उसे बस फहराते हैं, यानी Flag Unfurl करते हैं. 

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Flag Hoisting और Flag Unfurling में काफी फर्क
ये कन्फ्यूजन इसलिए होता है क्योंकि "झंडा फहराना" (Flag Hoisting) और "झंडा फैलाना" (Flag Unfurling) दोनों को आम बोलचाल में लोग एक ही समझ लेते हैं. आपको बता दें कि 1947 में भारत आजाद हुआ तो पहली बार झंडा नीचे से ऊपर उठाकर फहराया गया था, क्योंकि तब तक हमारा राष्ट्रीय ध्वज आधिकारिक रूप से पहली बार चढ़ रहा था. तब से यह परंपरा है कि प्रधानमंत्री लाल किले पर झंडा होइस्ट करते हैं, यानी नीचे से खींचकर ऊपर चढ़ाते हैं. इसका मतलब है- आज़ादी का जश्न और नए युग की शुरुआत.

गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) – Flag Unfurling- 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ और हम “गणतंत्र” बने. तब तक हमारा झंडा पहले से स्थायी रूप से ऊपर स्थापित होता है, उसे रस्सी से खोलकर लहराया जाता है. इस दिन राष्ट्रपति झंडा अनफर्ल करते हैं – यानी पहले से ऊपर बंधे झंडे को फैलाना. ये दिन संविधान, लोकतंत्र और संस्थाओं के सम्मान का प्रतीक है.

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