भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह को इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) का नया चेयरमैन चुना गया है. जय शाह अब ग्रेग बार्कले की जगह लेंगे. भारतीय के ICC बॉस बनने के बाद अब वर्ल्ड क्रिकेट में भारत का दबदबा और बढ़ेगा. लेकिन, ऐसा पहली बार नहीं हुआ है और इससे पहले भी कई लोग आईसीसी प्रमुख की भूमिका में रहे हैं. इससे पहले कई भारतीय आईसीसी प्रेसिडेंट और चेयरमैन रहे हैं.
ऐसे में सवाल है कि क्या आईसीसी प्रेजिडेंट और चेयरमैन अलग-अलग पोस्ट है और दोनों में वरिष्ठ पद किसे माना जाता है. तो जानते हैं आखिर दोनों पदों की क्या कहानी है और आईसीसी में किस तरह से पदानुक्रम है.
कौन-कौन भारतीय रहे हैं आईसीसी चीफ?
सबसे पहले भारत से जगमोहन डालमिया 1997 से 2000 तक आईसीसी प्रेसिडेंट रहे थे, इसके बाद साल 2010 से 2012 तक शरद पवार आईसीसी चीफ रहे. इसके बाद एन श्रीनिवासन को आईसीसी की कमान मिली, लेकिन वे प्रेसिडेंट नहीं बल्कि चेयरमैन पद पर नियुक्त किए गए. वे 2014-2015 तक चेयरमैन रहे और इसके बाद एक और भारतीय शशांक मनोहर आईसीसी के चेयरमैन बन गए. शशांक मनोहर लंबे समय तक चेयरमैन रहे और 2015 से 2020 तक उनका कार्यकाल रहा. अब जय शाह को आईसीसी चेयरमैन नियुक्त किया गया है.
क्या अलग अलग हैं प्रेसिडेंट और चेयरमैन पद?
आम तौर पर देखें तो प्रेसिडेंट और चेयरमैन दोनों ही आईसीसी चीफ की तरह ही हैं. लेकिन, आईसीसी के इतिहास में प्रेसिडेंट और चेयरमैन दोनो रहे हैं और दोनों पदों की अहम भूमिका रहे. बता दें कि पहले आईसीसी चीफ आईसीसी प्रेसिडेंट को माना जाता था, लेकिन साल 1989 से लेकर 2016 तक ही प्रेसिडेंट का पद था.
इसके बाद इस पद को खत्म कर दिया गया और फिर चेयरमैन का पद अस्तित्व में आ गया. ऐसें में ये दोनों पद आईसीसी प्रमुख के तौर पर गिने जाते हैं. पहले आईसीसी प्रमुख आईसीसी प्रेसिडेंट की भूमिका में थे और अब आईसीसी चेयरमैन पूरा कामकाज देखते हैं.
एक साथ प्रेसिडेंट और चेयरमैन भी रहे हैं
लेकिन, आईसीसी के इतिहास में एक वक्त ऐसा भी आया है जब काउंसिल में आईसीसी प्रेसिडेंट और चेयरमैन दोनो रहे हैं. दरअसल, ये पद साल 2014 में अस्तित्व में आया और श्रीनिवासन को पहला चेयरमैन बनाया. उस वक्त आईसीसी के प्रेसिडेंट मुस्तफा कमाल थे. इसके बाद 2015 से 2016 तक जहीर अब्बास आईसीसी चीफ रहे और उस दौरान शशांक मनोहर चेयरमैन रहे हैं. ऐसे में 2014 से 2016 तक आईसीसी में प्रेसिडेंट और चेयरमैन दोनों रहे हैं.
इसके अलावा आईसीसी के अधिकारियों में आईसीसी डेप्युटी चीफ का पद भी है, जो साल 2017 से बनाया गया है. इन पदों के अलावा आईसीसी चीफ एग्जीक्यूटिव पद भी होता है और मनु शाहनी 2019 से 2021 तक आईसीसी चीफ एग्जीक्यूटिव पद पर रहे हैं.