कहते हैं अगर आप में जीत हासिल करने का जज्बा है तो किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है. ऐसे ही एक सपने को साकार कर दिखाया है सोनीपत के प्रदीप मलिक ने. प्रदीप ने इस साल यूपीएससी के एग्जाम में देश में पहला स्थान हासिल कर परिवार के साथ प्रदेश का नाम भी रोशन किया है. प्रदीप अपनी इस सफलता का श्रेय अपने परिवार और दोस्तों के अलावा अपनी कड़ी मेहनत को देते हैं.
प्रदीप सिंह ने अपनी तैयारी से जुड़ी जर्नी के बारे में कहा कि मेरी लाइफ में मेरे पिता जी ने मुझे बहुत मेंटल सपोर्ट किया है. मैंने जब कहा कि अब लगता है कि जॉब के साथ तैयारी नहीं कर पाऊंगा तो उन्होंने कहा कि अगर जज्बा है तो कर लोगे. उनकी इसी बात से मुझे प्रेरणा मिली जिससे मैंने दोबारा तैयारी की. इसके अलावा मैं अपनी फैमिली और फ्रेंड्स को भी क्रेडिट देना चाहता हूं जो मेरी इस जर्नी में मेरे साथ रहे.
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बता दें कि प्रदीप ने 12वीं के बाद कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की है. उसके बाद कस्टम में बतौर इंस्पेक्टर ज्वॉइन किया और पढ़ाई को जारी रखा. प्रदीप ने चौथी बार यूपीएससी का एग्जाम दिया है. जिसमें से दो बार वो मेन्स एग्जाम क्लीयर नहीं कर पाए थे. साल 2018 में प्रदीप ने यूपीएससी में 260 रैंक हासिल की और आईआरएस में ज्वॉइन किया. फिर आगे भी उन्होंने तैयारी जारी रखी और इस साल एग्जाम में प्रदीप ने देश में पहला स्थान हासिल किया है.
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प्रदीप खुद एक किसान परिवार से हैं और अब एक अधिकारी के तौर पर किसानों और गरीब तबके के लिए काम करना चाहते हैं. प्रदीप ने कहा एक अधिकारी के तौर पर काफी चुनौती आएंगी लेकिन वो मेहनत से सबसे निपटेंगे.
प्रदीप के पिता सुखबीर बेटे की इस सफलता पर काफी खुश हैं. उनका कहना है कि अगर कड़ी मेहनत और ईमानदारी से आगे बढ़ा जाए तो किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों पर विश्वास करना चाहिए और उन्हें मौका देना चाहिए.