दिल्ली के द्वारका इलाके में स्थित एक प्रॉपर्टी डीलर के ऑफिस के बाहर गोलीबारी की घटना के एक दिन बाद सोमवार को नरेश सेठी-अजय जेलदार गिरोह के दो शार्पशूटरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. 14 अप्रैल को बाइक सवार दो बदमाशों ने द्वारका के जाफरपुर कलां में एक रियल एस्टेट एजेंट के ऑफिस के बाहर दो राउंड फायरिंग की थी.
पुलिस उपायुक्त (अपराध शाखा) अमित गोयल ने बताया कि हमलावरों ने गैंगस्टर नरेश सेठी और अजय जेलदार के नाम पर एक करोड़ रुपए की मांग करते हुए एक पर्ची भी फेंकी थी. इस बारे में प्रॉपर्टी डीलर ने पुलिस को सूचित किया था. पुलिस मामले की जांच कर रही थी. इसी दौरान गुप्त सूचना मिली कि आरोपी गौरव (28) और लक्ष्य (21) दिल्ली के छावला इलाके में आएंगे.
डीसीपी ने कहा, "हमें बताया गया कि ये शूटर हमेशा अवैध हथियार रखते हैं. पुलिस पर गोलियां चलाने से भी नहीं हिचकिचाते हैं. उनके बारे में जानकारी मिलते ही एक टीम बनाई गई. इसके बाद छावला इलाके के घुमनहेड़ा गांव के पास जाल बिछाया गया. दोनों शूटरों के आने के बाद उन्हें सरेंडर करने के लिए कहा गया, लेकिन वो पुलिस पर फायरिंग करते हुए भागने लगे.

उन्होंने बताया कि पुलिस टीम ने जवाबी कार्रवाई करते हुए दोनों शार्पशूटरों को काबू कर लिया. पुलिस ने उन दोनों के पासे से एक पिस्तौल, दो जिंदा कारतूस, दो खाली कारतूस और एक मोटरसाइकिल बरामद की है. पिछले कुछ वर्षों से दिल्ली-एनसीआर में गैंगस्टरों की गतिविधियां बढ गई है. वो लोग एक खास पैटर्न पर लोगों से रंगदारी मांगते हैं, नहीं देने पर जान से मार देते हैं.
दिल्ली पुलिस लगातार ऐसे गैंग के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. अभी फरवरी महीने में ही लॉरेंस बिश्नोई और हाशिम बाबा के लिए जबरन उगाही और सरेआम गोली चलाने वाले दो बदमाशों को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया था. इनके नाम दानिश और आमिर बताए गए थे. इस एनकाउंटर में एक पुलिस इंस्पेक्टर रोहित कुमार बाल बाल बच गए थे.
एक हवलदार गजेंद्र के बुलेटप्रूफ जैकेट ने उनकी जान बचा ली थी. उनके जैकेट में गोली फंस गई थी. दानिश और आमिर दोनों लॉरेंस बिश्नोई के उस मॉड्यूल का हिस्सा थे जो व्यापारियों से जबरन उगाही करता है. व्यापारियों को डराने के लिए जरूरत पड़ने पर यह उनके घर या दफ्तर पर गोली भी चलाते हैं. इन लोगों ने कुछ ही दिन पहले इन गीता कॉलोनी गोलीबारी की थी.