दिल्ली में विदेशी नागरिक को निशाना बनाकर की गई चोरी के एक मामले में पुलिस ने बस हेल्पर को गिरफ्तार किया है. कश्मीरी गेट ISBT से जुड़े इस केस में पुलिस ने आरोपी के पास से 1600 डॉलर (करीब 1.43 लाख रुपए) बरामद कर लिए हैं, जो एक ईरानी महिला के पर्स से चुराए गए थे. यह मामला 15 दिसंबर को सामने आया था.
दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और मुखर्जी नगर निवासी डॉ. अली अकबर शाह ने ISBT कश्मीरी गेट पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज कराई. उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी मेहमान फरेशतेह सयांजलि, जो ईरान की नागरिक हैं, 13 दिसंबर को भारत आई थीं. वो उनके घर ठहरी हुई थीं. फरेशतेह उत्तराखंड के ऋषिकेश घूमने गई थीं.
15 दिसंबर को प्राइवेट बस से दिल्ली लौट रही थीं. दोपहर करीब 1.45 बजे ISBT कश्मीरी गेट पर उतरते वक्त वो गलती से अपना पर्स बस की सीट पर छोड़ गईं. कुछ देर बाद बस ऑपरेटर का फोन आया और बताया गया कि पर्स बस में मिल गया है. हालांकि, जब पर्स महिला को वापस किया गया तो उसमें रखे 1600 डॉलर कैश गायब थे.
इसके बाद मामले की शिकायत पुलिस को दी गई. डॉ. अली अकबर शाह के बयान के आधार पर 16 दिसंबर को कश्मीरी गेट थाना में FIR दर्ज करके जांच शुरू हुई. पुलिस टीम ने उस बस के ड्राइवर और कंडक्टर से पूछताछ की, जिसमें महिला ने सफर किया था. पूछताछ के दौरान कंडक्टर ने बताया कि पर्स बस हेल्पर मोनिश को सीट पर पड़ा मिला था.
उसने पर्स उसे सौंप दिया था. इसके बाद पुलिस ने मोनिश से सख्ती से पूछताछ शुरू कर दी. शुरुआत में उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन बाद में पर्स से अमेरिकी डॉलर चुराने की बात कबूल कर ली. उसके खुलासे के बाद पुलिस ने 17 दिसंबर को उसे गिरफ्तार कर लिया और चोरी की गई पूरी रकम बरामद कर ली.
आरोपी की पहचान 26 वर्षीय मोनिश के रूप में हुई है, जो नॉर्थ दिल्ली के जहांगीरपुरी का रहने वाला है. पुलिस ने बताया कि मोनिश 10वीं तक पढ़ा है और पिछले एक साल से प्राइवेट बस सर्विस में हेल्पर के तौर पर काम कर रहा था. इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है. आरोपी से पुलिस हिरासत में विस्तृत पूछताछ की जा रही है.