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चादर, तौलिए और छड़ें... असम की मोरीगांव जेल से दो सजायाफ्ता कैदी फरार, सुबह गिनती के वक्त हुआ खुलासा

जेल अधिकारी ने बताया कि दोनों कैदियों ने अपनी कोठरी की खिड़कियों की छड़ें तोड़ दीं और चादरों, तौलियों का इस्तेमाल करके जेल की दीवार फांदकर भाग निकले. कैदियों की पहचान सुब्रत सरकार और जियारुल इस्लाम के तौर पर हुई है.

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दोनों फरार कैदियों का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला (फोटो-ITG)
दोनों फरार कैदियों का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला (फोटो-ITG)

Two Convicted Prisoners Escaped: असम के मोरीगांव जिले की जेल में बंद दो सजायाफ्ता कैदियों ने सुरक्षा इंतजामों की पोल खोल दी. पुलिस ने बताया कि मोरीगांव जिला जेल से बुधवार को दो सजायाफ्ता कैदी दीवार फांदकर फरार हो गए. उनके भागने का खुलासा सुबह कैदियों की गिनती के वक्त हुआ.

जेल के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि बुधवार सुबह जब कैदियों की हाजिरी हो रही थी. उसी दौरान कैदियों के भागने का पता चला और पुलिस को सूचित किया गया. पुलिस ने कैदियों की तलाश शुरू कर दी है.

जेल अधिकारी ने कैदियों के भागने की जानकारी देते हुए बताया कि दोनों कैदियों ने अपनी कोठरी की खिड़कियों की छड़ें तोड़ दीं और चादरों, तौलियों का इस्तेमाल करके जेल की दीवार फांदकर भाग निकले. कैदियों की पहचान सुब्रत सरकार और जियारुल इस्लाम के तौर पर हुई है.

अधिकारी ने बताया कि कैदी जियारुल इस्लाम पहले भी एक बार जेल से भाग चुका था और बाद में उसे आंध्र प्रदेश में फिर से गिरफ्तार कर लिया गया था. दूसरा कैदी सुब्रत सरकार था, जिसे यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत दोषी ठहराया गया था.

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फरार होने वाले दोनों कैदी दोषी करार दिए जाने के बाद जेल में 20 साल की सजा काट रहे थे और एक ही बैरक में रह रहे थे. भागे हुए कैदियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है.

यहां सबसे अहम बात ये है कि लगभग 10 महीने पहले इसी जेल से पांच कैदियों के फरार होने की खबर सामने आई थी. जिनमें से दो को अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है. 

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