कोरोना वायरस के संकट के बीच लागू लॉकडाउन का सबसे अधिक असर प्रवासी मजदूरों पर पड़ रहा है. सार्वजनिक यातायात के अभाव के कारण प्रवासी मजदूरों को पैदल या साइकिल पर सफर करना पड़ रहा है. उत्तर प्रदेश के रायबरेली में एक प्रवासी मजदूर जब साइकिल से बिहार के गया जा रहा था, तो एक कार ने साइकिल को टक्कर मार दी जिसमें मजदूर की मौत हो गई.
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से बिहार के गया के लिए प्रवासी मजदूर शिवकुमार दास साइकिल से रवाना हुए. उनके साथ कुछ अन्य साथी भी थे, लेकिन जब वो रायबरेली की डोली ग्राम सभा के पास पहुंचे तो सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई. तेज रफ्तार इनोवा गाड़ी ने साइकिल सवार मजदूर को जोरदार टक्कर मार दी, जिसमें उसकी मौत हो गई.
स्थानीय पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर कार सवार को हिरासत में लिया है, जबकि गाड़ी भी जब्त कर ली है. पुलिस की ओर से श्रमिक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की तैयारी की जा रही है.
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बताया जा रहा है कि बिहार के गया के निवासी शिवकुमार दास साइकिल से ही अपने घर गया जा रहे थे, तभी मजदूरों को लेकर जा रही एक इनोवा गाड़ी ने उन्हें टक्कर मार दी. जिसमें वह बुरी तरह से घायल हुए, आनन-फानन में उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया. लेकिन वहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
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शिवकुमार दास अपने पांच साथियों के साथ घर के सफर पर निकले थे, लेकिन उनके दोस्त तो अलग हो गए और ये सफर उनके लिए आखिरी सफर साबित हुआ. आपको बता दें कि देश के कई हिस्सों में प्रवासी मजदूरों के साथ इस तरह के हादसे की खबरें आ रही हैं, बीते दिनों महाराष्ट्र में भी एक ट्रेन ने प्रवासी मजदूरों को कुचल दिया था.
सरकार की ओर से मजदूरों के लिए श्रमिक ट्रेनें चलाने का भी इंतजाम किया गया है, लेकिन उसमें स्थानीय और राज्य सरकारों के द्वारा दी गई लिस्ट के अनुसार ही लोगों को भेजा जा रहा है, ऐसे में प्रवासी मजदूरों को काफी दिक्कत हो रही है.
(रायबरेली से शैलेंद्र प्रताप सिंह का इनपुट)