कोरोना वायरस से निपटने की तैयारी में जुटे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि किसी तरह इस बीमारी को बढ़ने से रोकना है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ब्रीफिंग में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना वायरस के चेन ऑफ ट्रांसमिशन को रोकना है, इसलिए कुछ निर्णय लिए गए हैं.
संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को उन 75 जिलों को निर्देश जारी करने को कहा है जिनमें पॉजीटिव केस आए हैं. यहां आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी सेवाओं पर रोक लगा दी गई है.
संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, जिन जिलों में कोरोना के पॉजिटिव केस सबसे ज्यादा सामने आए हैं वहां लॉकडाउन की स्थिति में जो भी जरूरी हो उसके बारे में एक्शन लिया जाए, ताकि गरीब और लाभ से वंचित लोगों को दिक्कत ना हो. उन्होंने कहा कि इस दौरान किराने का सामान, अग्निशमन सेवाएं, भोजन, दूध बंद नहीं होना चाहिए. इन सेवाओं पर राज्यों निर्णय लेना चाहिए.
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संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, 22 राज्यों में कोरोना के पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. इसलिए उन जिलों का राज्य स्तर पर मूल्यांकन किया जा रहा है, जहां निगरानी में लोग बढ़ रहे हैं वहां पाबंदियां लगाई जाएं. संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, 1200 नए वेंटिलेटर के लिए आदेश दिया गया. हमने राज्यों से आइसोलेशन बेड और वेंटिलेटरों बनाने का अनुरोध किया है.
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