तमिलनाडु के चेन्नई में एक शेरनी की मौत हो गई है. अनुमान लगाया जा रहा है कि उसकी मौत कोरोना संक्रमण के चलते हुई है. वंडलूर स्थित Arignar Anna Zoological Park की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक चिड़ियाघर के सफारी पार्क एरिया में रखे गए पांच शेरों में भूख की कमी और हल्की खांसी की समस्या देखी गई थी.
चिड़ियाघर के पशु चिकित्सकों ने उनकी जांच पड़ताल की. चिड़ियाघर के प्राधिकरण की अपील पर विशेषज्ञों की टीम भी तैनात की गई थी. 11 शेरों के ब्लड सैंपल, नेजल स्वाब और अन्य सैंपल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी डिजीजेज, भोपाल (मध्य प्रदेश) भेजे गए ते. इन 11 सैंपल में से 9 सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं.
इस बीच 9 वर्षीय नीला नाम की शेरनी की मौत 3 जून को हो गई. कहा जा रहा है कि शेरनी में कोरोना के लक्षण नहीं थे. मौत से एक दिन पहले नीला में जुकाम की शिकायत देखी गई थी और तुरंत उपचार किया गया था. चिड़ियाघर प्राधिकरण की तरफ से कहा गया है कि जांच रिपोर्ट में 11 में से 9 शेरों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.
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इस रिपोर्ट की जांच के लिए भी सैंपल इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टिट्यूट बरेली और सेंटर फॉर सेल्यूलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी हैदराबाद भेजा गया है. इसमें यह पता लगाया जाएगा कि क्या यह नौ शेर सच में संक्रमित हैं, क्या यह अन्य किसी रोग के चलते अपनी जान गंवा सकते हैं?
संक्रित पाए गए 9 शेरों को निगरानी में रखा गया है. चिड़ियाघर की टीम उनकी देखरेख कर रही है और TANUVAS से आई एक्सपर्ट्स की टीम के सहयोग से उनका इलाज किया जा रहा है. चिड़ियाघर में जानवरों की देखरेख करने वाले सभी कर्मचारी वैक्सीनेटेड हैं. रखरखाव वाले कर्मचारियों और डॉक्टरों के लिए पीपीई किट पहनना अनिवार्य है.
बता दें कि वंडूर के इस चिड़ियाघर में 13 शेर हैं. सूबे में लॉकडाउन के बाद से ही चिड़ियाघर को बंद रखा गया था, अब यह समझ नहीं आ रहा है कि शेरों में कोरोना का संक्रमण फैला कैसे?