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एक पेपर स्ट्रिप से पता लगाया जा सकेगा कैंसर का

कैंसर का पता लगाने के लिए अब केवल एक पेपर स्ट्रिप से यूरिन टेस्ट करना होगा. बिलकुल उसी तरह, जैसे प्रेग्नेंसी का टेस्ट प्रेग्नेंसी स्ट्रिप से किया जाता है. कैंसर का पता लगाने के लिए किए जाने वाले इस टेस्ट का परिणाम भी मिनटों में मिलता है.

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आसान होगा कैंसर का पता लगाना
आसान होगा कैंसर का पता लगाना

कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी का पता यदि समय रहते लग जाए तो इसका इलाज आसानी से संभव है. लेकिन ये बीमारी अकसर तब सामने आती है, जब वह जानलेवा रूप धारण कर चुकी होती है. इसका एक कारण ये है कि इस बीमारी का पता लगाने के‍ लिए इस्तेमाल की जाने वाली तकनीक काफी महंगी होती है. पर अब भारत की एक शोधकर्ता ने ऐसी आसान तकनीक खोज निकाली है, जो सस्ती तो होगी ही, साथ ही इसका उपयोग आसानी से किया जा सकेगा.

कैंसर का पता लगाने के लिए अब केवल एक पेपर स्ट्रिप से यूरिन टेस्ट करना होगा. बिलकुल उसी तरह, जैसे प्रेग्नेंसी का टेस्ट प्रेग्नेंसी स्ट्रिप से किया जाता है. कैंसर का पता लगाने के लिए किए जाने वाले इस टेस्ट का परिणाम भी मिनटों में मिलता है. इस नई तकनीक का श्रेय एमआईटी की प्रोफेसर और हावर्ड ह्यूजेस मेडिकल इंस्टीट्यूट की शोधकर्ता संगीता भाटिया को जाता है.

इस नई तकनीक से नॉन-कम्यूनिकेबल बीमारियों (NCD) का पता भी लगाया जा सकता है. नॉन-कम्यूनिकेबल बीमारियों की श्रेणी में कार्डियोवेस्कुलर (हार्ट अटैक और स्ट्रोक), कैंसर, क्रोनिक रिस्पेरेटरी बीमारियां जैसे कि अस्थमा और डायबिटीज को रखा जाता है.

जांच के ये तरीका उन नैनोपार्टिकल्स पर निर्भर करता है, जो ट्यूमर प्रोटीन्स के साथ इंटरेक्ट करते हैं. इन ट्यूमर प्रोटीन्स को प्रोटीजेस कहा जाता है. ये प्रोटीजेस सैकड़ों की संख्या में बायोमार्कर्स रिलीज करते हैं, जिन्हें बड़ी आसानी से मरीज के मूत्र (यूरिन) से डिटेक्ट किया जा सकता है.

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