कपड़ा राज्य मंत्री श्री संतोष कुमार गंगवार राज्य के कपड़ा मंत्रियों के वार्षिक सम्मेलन को बुधवार को संबोधित करेंगे. सम्मेलन का उद्देश्य कपड़ा उद्योग के लिए ऐसी योजना तैयार करना है जिससे आने वाले समय में इस उद्योग को बेहतर तरीके से आगे बढ़ाया जा सके. कपड़ा क्षेत्र में उत्पादन, निर्यात को बढ़ावा देने, रोजगार सृजन करने के राष्ट्रीय उद्देश्य को हासिल करने के लिए केन्द्र और राज्य सरकारों की पहल एक-दूसरे की पूरक हैं.
कपड़ा मंत्रालय के अधिकारी कपड़ा उद्योग को नई ऊंचाईयों पर पहुंचाने के तरीकों के बारे में दिनभर विचार-विमर्श करेंगे ताकि गुणवत्तापूर्ण उत्पादन, निर्यात को बढ़ावा दिया जा सके और रोजगार सृजित किया जा सके.
राज्य के कपड़ा मंत्रियों से इस बात पर जोर देने के लिए कहा जाएगा कि वे कपड़ा क्षेत्र के जरिए युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने के तरीकों पर विशेष जोर दें. साथ ही समग्र और सहभागी विकास; कौशल, परिमाण और गति; जीरो डिफैक्ट-जीरो इफैक्ट और मेक इन इंडिया ब्राण्ड पर भी विशेष जोर दिया जाएगा.
मंत्रालय नई कपड़ा नीति को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है इसके लिए राष्ट्रीय उत्पादन प्रतियोगितात्मकता परिषद के सदस्य सचिव श्री अजय शंकर की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ समिति ने भारतीय कपड़ा और वस्त्र क्षेत्र के लिए ‘दूरदर्शिता, रणनीति और कार्य योजना’ के बारे में एक मसौदा रिपोर्ट तैयार की है. सभी राज्य सरकारों और केन्द्र शासित प्रदेशों से अपने विचार और सुझाव भेजने को कहा गया था. इन विचारों और सुझावों पर सम्मेलन में गौर किया जाएगा.
भारत का कपड़ा और वस्त्र उद्योग राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है. यह भारत के निर्यात के क्षेत्र में सबसे अधिक योगदान देता है जो देश के कुल निर्यात का 13.25 फीसदी है. कपड़ा क्षेत्र में निर्यात से 2013-14 में 41.57 अरब अमरीकी डॉलर की आमदनी हुई है.