देश के सेवा क्षेत्र में एफडीआई अप्रैल से जुलाई की अवधि में मामूली बढ़ोतरी के साथ 1.03 अरब डॉलर पर पहुंच गया. डीआईपीपी के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. सेवा क्षेत्र में बैंकिंग, बीमा, आउटसोर्सिंग, शोध एवं विकास, कुरियर व प्रौद्योगिकी परीक्षण आदि सेवाएं आती हैं.
2013-14 के पहले चार महीनों में इस क्षेत्र में 1.02 अरब डॉलर का एफडीआई आया था. एक अधिकारी ने कहा कि सरकार ने इस क्षेत्र में विदेशी निवेश का प्रवाह बढ़ाने के लिए कदम उठाए हैं. इसी के तहत बीमा क्षेत्र में एफडीआई की सीमा को 26 से बढ़ाकर 49 प्रतिशत किया गया है.
देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में सेवा क्षेत्र का हिस्सा 60 प्रतिशत से अधिक है. 2013-14 में इस क्षेत्र में एफडीआई घटकर 2.2 अरब डॉलर रह गया, जो 2012-13 में 4.83 अरब डॉलर था. चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में जिन अन्य क्षेत्रों में ऊंचा एफडीआई आया उनमें दूरसंचार, निर्माण, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर तथा बिजली शामिल हैं.