घरेलू इक्विटी बेंचमार्क मंगलवार को गिरकर बंद हुआ. सेंसेक्स और निफ्टी दिनभर लाल निशान पर ही कारोबार करते हुए दिखाई दिए, क्योंकि भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (BEL), बजाज फाइनेंस और ट्रेंट जैसे बड़े शेयरों में बिकवाली ने मार्केट का सेंटीमेंट बदल दिया. आज सेंसेक्स 297.07 अंक या 0.36 प्रतिशत गिरकर 82,029.98 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 81.85 अंक या 0.32 प्रतिशत गिरकर 25,145.50 पर बंद हुआ.
सेंसेक्स में बजाज फाइनेंस सबसे ज्यादा 1.87 प्रतिशत गिरकर 1,017.85 रुपये पर आ गया. इसके बाद BEL में 1.76 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई, जबकि टाटा स्टील, ट्रेंट, TCS और एशियन पेंट्स के शेयर 1.71 प्रतिशत, 1.68 प्रतिशत, 1.60 प्रतिशत और 1.46 प्रतिशत गिरे. वहीं टाटा मोटर्स, बजाज फाइनेंस, एक्सिस बैंक और एलएंडटी नामक पांच शेयरों ने सेंसेक्स की गिरावट में भारी योगदान दिया.
सेक्टोरियल इंडेक्स में बीएसई मेटल इंडेक्स 0.95 प्रतिशत गिरकर 33,527.55 पर रहा, जबकि बीएसई तेल एंड गैस इंडेक्स 1.01 प्रतिशत गिरकर 27,035 पर रहा. कुल मिलाकर बीएसई पर एक्टिव रूप से कारोबार करने वाले 4,331 शेयरों में से 1,325 शेयर तेजी के साथ बंद हुए, जबकि 2,878 शेयरों में गिरावट आई और 128 शेयर बिना किसी बदलाव के बंद हुए.
क्यों आई मार्केट में गिरावट?
कारोबार के दौरान 133 शेयरों ने अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर को छुआ, जबकि 153 शेयर 52-सप्ताह के निचला स्तर छुआ. इस बीच, 219 शेयरों में ऊपरी सर्किट और 180 शेयरों में निचला सर्किट लगा. जियोजित इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के रिसर्चर विनोद नायर ने कहा कि चालू तिमाही के नतीजों की धीमी शुरुआत और उम्मीद से कमजोर महंगाई के आंकड़ों ने धीमी मांग को लेकर चिंता बढ़ा दी है, जिससे मुनाफावसूली तेज हो गई है.
नायर ने कहा कि मिड और स्मॉल-कैप शेयरों ने बिकवाली का सबसे ज्यादा खामियाजा उठाया, लार्ज-कैप शेयरों के मुकाबले उनका प्रदर्शन कमजोर हुआ, जबकि सेक्टोरियल नुकसान बड़े स्तर पर रहा. हालांकि शॉर्ट टर्म में अस्थिरता की आशंका है, लेकिन वित्त वर्ष 2026 की दूसरी छमाही में मांग में वृद्धि की उम्मीद में बाजार मध्यम अवधि के आधार पर सेफ सेक्टर में है.
(नोट- किसी भी निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)