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OYO के IPO की फिर चर्चा... कंपनी ने बनाया प्लान, नवंबर में फाइल कर सकती है दस्तावेज!

OYO IPO को लेकर अपडेट आया है, जिसके मुताबिक कंपनी इसी साल नवंबर में अपने आईपीओ के लिए मार्केट रेग्युलेटर सेबी (SEBI) के पास ड्राफ्ट रेड हियरिंग प्रोस्पेक्टस यानी DRHP फाइल कर सकती है.

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नवंबर में डीआरएचपी फाइल कर सकती है ओयो (File Photo: ITGD)
नवंबर में डीआरएचपी फाइल कर सकती है ओयो (File Photo: ITGD)

अरबपति रीतेश अग्रवाल (Billionaire Ritesh Agarwal) की ग्लोबल ट्रैवल टेक फर्म ओयो (OYO) एक बार फिर अपना आईपीओ लाने के लिए सेबी (SEBI) के पास नए सिरे से दस्तावेज फाइल करने का प्लान बना रही है. ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि कंपनी इस साल नवंबर महीने में DRHP फाइल कर सकती है. इससे पहले कंपनी ने साल 2021 में भी आईपीओ (OYO IPO) के लिए पेपर जमा कराए थे, लेकिन बाद में उसे वापस ले लिया था. 

7-8 अरब डॉलर वैल्यूएशन का टारगेट
पीटीआई की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि OYO नवंबर 2025 में अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) मार्केट रेग्युलेटर सेबी के पास दाखिल करने की योजना बना रही है. इसके साथ ही बताया गया है कि ओयो का टारगेट अपने IPO के लिए 7-8 अरब डॉलर की वैल्यूएशन हासिल करना है. रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि आईपीओ के लिए नए सिरे से दस्तावेज फाइल करने के अपने प्लान के तहत कंपनी अगले हफ्ते कंपनी बोर्ड के सामने ये प्रस्ताव रख सकती है. 

OYO प्रवक्ता बोले- अंतिम निर्णय बोर्ड का
हालांकि, इस संबंध में फिलहाल कंपनी की ओर से कोई भी आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई हैं. रिपोर्ट की मानें तो जब ओयो के प्रवक्ता से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा कि हम OYO के DRHP या IPO से संबंधित  योजनाओं से जुड़ी किसी भी टाइम लाइन  के बारे में नहीं बता सकते हैं, क्योंकि यह फैसला ओयो बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स द्वारा तय और निर्देशित होगा. उन्होंने कहा कि फिलहाल OYO लगातार अपने हितधारकों के लिए मूल्य संवर्धन के लिए तमाम रणनीतिक विकल्पों का मूल्यांकन कर रही है.

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पहले भी फाइल किए थे डॉक्युमेंट
ये पहली बार नहीं है, जबकि OYO सेबी के पास अपने आईपीओ के लिए डॉक्युमेंट जमा कराने का प्लान बना रही है, बल्कि इससे पहले भी कंपनी की ओर से साल 2021 में SEBI के पास 8,430 करोड़ रुपये का IPO लाने के लिए डीआरएचपी फाइल कराया गया था, लेकिन इसमें रुकावटें लगातार आती गईं और फिर ओयो ने अपने डॉक्युमेंट्स वापस ले लिए. इसका कारण बाजार में कोविड-19 का असर बताया गया था. इसके बाद साल 2023 में भी आईपीओ लाने की कोशिश की गई, लेकिन इस बाद भी डॉक्युमेंट्स वापस लिए गए थे. 

जापान का सॉफ्टबैंक सबसे बड़ा हिस्सेदार
टोक्यो हेडक्वार्टर वाला जापान का सॉफ्टबैंक OYO के सबसे बड़े शेयरधारकों में से एक है और कंपनी में 40% की शेयरहोल्डिंग रखती है, वहीं ओयो फाउंडर के पार 30 फीसदी हिस्सेदारी है. आईपीओ को लेकर ताजा अपडेट से जुड़े सूत्रों की मानें, जिस वैल्यूएशन पर ओयो अपना आईपीओ लाने के बारे में प्लान कर रहा है, वह EBITDA के 25-30 गुना के दायरे में हो सकता है. इसके अलावा कंपनी एक नई मूल ब्रांड पहचान के रोलआउट पर भी काम कर रही है.

OYO CEO रितेश अग्रवाल ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपनी मूल इकाई ओरावेल स्टेज लिमिटेड के लिए नाम के सुझाव मांगे थे. ओयो अपने प्रीमियम होटलों और मिड-मार्केट से प्रीमियम सर्विस वाले होटलों के लिए एक अलग ऐप लॉन्च करने पर भी सक्रिय रूप से विचार कर रहा है.

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