बिहार विधानसभा चुनावों से पहले वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर उठे सवालों पर चुनाव आयोग ने अपनी स्थिति स्पष्ट की है. आयोग पर अयोग्यता और प्रेरित निर्णय लेने के गंभीर आरोप लगे हैं, जिसमें कहा गया कि यह 50 सालों में सबसे खराब फैसला था. प्रतिपक्ष के नेता ने एक ही घर में कई मतदाताओं के नाम होने और महिलाओं के नाम कटने या न जुड़ने जैसे मुद्दे उठाए.