बिहार विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार को भारी हंगामे की भेंट चढ़ गया. सदन में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के बीच जमकर नोकझोंक हुई. सदन में हालात ऐसे बन गए कि अध्यक्ष को विधानसभा की कार्यवाही 4 बजे तक स्थगित करनी पड़ी.
वेल में पहुंच गए विधायक
हालांकि कार्यवाही स्थगित होने के बाद भी सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक आमने-सामने आ गए. स्पीकर सदन से जा चुके थे और इस बीच मार्शल बीच-बचाव करते दिखे. विपक्षी विधायक वेल में डटे रहे और स्थिति तनावपूर्ण हो गई.
इससे पहले तेजस्वी यादव ने अपने भाषण में नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि अब नीतीश जी दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे, उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी को तय करना है तो 8 अगस्त को जब गृह मंत्री अमित शाह सीतामढ़ी आएंगे, तो वहीं घोषणा कर दें कि 2025 से 2030 तक एनडीए का चेहरा नीतीश ही होंगे, तेजस्वी ने तंज कसा कि 'सरकार अब 15 साल पुरानी गाड़ी को चलने नहीं देती है.'
सम्राट चौधरी से भिड़े तेजस्वी
तेजस्वी ने सम्राट चौधरी पर पेपर लीक को लेकर झूठ बोलने का आरोप लगाया, जिस पर सम्राट ने सख्त लहजे में जवाब देते हुए कहा कि 'इस बात को साबित करिए कि मैंने कब कहा कि पेपर लीक नहीं हुआ,' दोनों नेताओं के बीच माहौल काफी गरमा गया और अध्यक्ष को दखल देना पड़ा.
तेजस्वी ने सरकार पर उनकी योजनाओं की नकल करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा, "हमने 200 यूनिट मुफ्त बिजली की बात की, सरकार ने 125 दे दी. हमने युवा आयोग की बात की, सरकार ने फौरन कैबिनेट में प्रस्ताव पास कर दिया. माई बहन योजना भी जल्द ही चुराई जाएगी.'
विजय सिन्हा पर तेजस्वी ने किया तंज
इसके बाद तेजस्वी यादव ने राज्य के दूसरे डिप्टी सीएम विजय सिन्हा पर भी हमला बोला. विजय सिन्हा ने इस पर पलटवार करते हुए तेजस्वी पर कटाक्ष किया और कहा कि उनके पिता ने बिहार को जंगलराज में झोंक दिया था.
जवाब में तेजस्वी ने भी विजय सिन्हा और सम्राट चौधरी दोनों पर तंज कसते हुए कहा कि 'लखीसराय में एक मंत्री हैं जो विजय सिन्हा को जीने नहीं देते और सम्राट जी का कद इतना बड़ा है कि विजय जी उनके सामने छोटे पड़ जाते हैं. तेजस्वी यादव का ये इशारा जेडीयू नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह की तरफ था.
चुप्पी साधे बैठे रहे नीतीश
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मौन बैठे रहे, लेकिन तेजस्वी ने उन्हें भी घेरते हुए कहा, 'आपको अपने आसपास के BJP के लोगों से सचेत रहना चाहिए, लोग कहने लगे हैं कि JDU अब BJP का प्रकोष्ठ बन गया है.' बिहार विधानसभा का यह मानसून और आखिरी सत्र राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप और शक्ति प्रदर्शन का अखाड़ा बन गया है. दिनोंदिन सत्ता और विपक्ष के बीच की तल्खी बढ़ती जा रही है.