बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में वंदे भारत एक्सप्रेस पर एक बार फिर पत्थरबाजी की घटना सामने आई है. रविवार को गोरखपुर-पाटलिपुत्र 26502 वंदे भारत ट्रेन पर मोतीपुर के महम्मदपुर बलमी गांव के पास अज्ञात बच्चों ने पत्थरबाजी कर दी. इस पत्थरबाजी में सी-6 कोच की एक और दो नंबर सीट की खिड़की का शीशा टूट गया. गनीमत रही कि उस वक्त सीट पर कोई यात्री नहीं था, जिससे कोई हताहत नहीं हुआ.
घटना के बाद ट्रेन के मुजफ्फरपुर जंक्शन पहुंचते ही टूटा कांच दुरुस्त किया गया. इस संबंध में बापूधाम मोतिहारी आरपीएफ ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. उल्लेखनीय है कि 30 जून को भी इसी सेक्शन के मोतीपुर आउटर पर वंदे भारत पर पत्थरबाजी हुई थी. उस मामले में दो किशोरों को पकड़ा गया था. अब एक बार फिर यह घटना सामने आने से रेलवे प्रशासन सतर्क हो गया है.
सीसीटीवी में तीन-चार बच्चे दिखे
आरपीएफ सूत्रों के अनुसार मेहसी-मोतीपुर रेलखंड के किमी संख्या 116/02 पर यह घटना हुई. सीसीटीवी फुटेज की शुरुआती जांच में लगभग 10 वर्ष के तीन-चार बच्चे पत्थरबाजी करते दिखे हैं. इनकी पहचान के लिए गोरखपुर भेजी गई आरपीएफ टीम वंदे भारत के कैमरों की रिकॉर्डिंग खंगाल रही है.
रेल एसपी बिना कुमारी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले में केस दर्ज कर आगे की कानूनी प्रक्रिया चलाई जा रही है. जल्द ही दोषियों को पकड़ा जाएगा.
अभिभावकों पर भी होगी कार्रवाई
घटना के बाद आरपीएफ की टीम ने महम्मदपुर बलमी गांव में इंस्पेक्टर भरत कुमार के निर्देशन में जन-जागरूकता अभियान चलाया. ग्रामीणों को बताया गया कि ट्रेनों पर पत्थरबाजी एक गंभीर अपराध है, जिसमें गिरफ्तारी होती है. अधिकारियों ने चेतावनी दी कि यदि बच्चों को पत्थरबाजी करते पकड़ा गया, तो उनके अभिभावकों पर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
रेल SP बिना कुमारी ने बताया कि कल पूर्व मध्य रेलवे सोनपुर से एक खबर आई थी कि गाड़ी 26502 जब मोतीपुर के आसपास थी, तब बच्चों द्वारा पत्थर मारा गया था. आरपीएफ और जीआरपी की टीम मामले की जांच कर रही है. दोषी बच्चों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.