पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता संजय पासवान ने गुरुवार को खुले मंच पर एक बड़ा बयान दिया है. पासवान ने कहा, लोकसभा चुनाव में अगर नीतीश कुमार साथ नहीं होते तो बीजेपी शून्य पर आउट हो जाती. यह कहने में थोड़ा अटपटा लगता है, लेकिन यह सच्चाई है. पासवान पटना में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
संजय पासवान ने कहा, मुझे यह कहने में गुरेज नहीं है कि इस बार (लोकसभा चुनाव में) अगर नीतीश कुमार (बीजेपी के साथ) नहीं होते तो बिहार में बीजेपी जीरो पर आउट हो जाती. इन दिनों बिहार में ताकत का धुव्रीकरण हुआ है. बिहार में एक ताकत तेजस्वी यादव के साथ गई है. नीतीश कुमार भी एक ताकत का समूह बन गए हैं. इसमें कोई शक नहीं है. इस समय जातियों का जुटान हो रहा है.
प्रशांत किशोर को लेकर क्या बोले संजय?
संजय का कहना था कि एक गुप्त रूप से ताकत बढ़ रही है और वो प्रशांत किशोर हैं. आपको अंदाजा नहीं होगा. कार्यकर्ताओं का फीडबैक मिल रहा है. हम लोगों से कोई मिलने आता है और हम पूछते हैं क्या कर रहे हैं तो वो बताता है कि प्रशांत किशोर के साथ चले गए हैं. जो लोग हमारे साथ बीजेपी में या जेडीयू में थे, वे पीके के साथ जा रहे हैं.
इस चुनाव में धार्मिक ध्रुवीकरण नहीं हुआ
संजय ने कहा, इस बार चुनाव में धार्मिक ध्रुवीकरण नहीं हुआ है. संजय का कहना था कि इस चुनाव के हम बड़े आभारी हैं. इन चुनाव ने धार्मिक ध्रुवीकरण को रोक दिया है. दूसरा जातीय जुटान भी नए ढंग से हुआ है. उन्होंने कहा, महाराष्ट्र और गुजरात सामाजिक क्षेत्र के इलाके हैं. जबकि बिहार, यूपी और बंगाल राजनीति क्षेत्र के इलाके हैं. मुझे नहीं लगता कि राजनीतिक हस्तक्षेप किए बिना सामाजिक बदलाव बिहार जैसे राज्य में नहीं होने वाला है. संजय केंद्र में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री रहे हैं.
बिहार में एनडीए ने जीतीं 30 सीटें
बता दें कि बिहार में जेडीयू, बीजेपी, लोजपा (रामविलास), हिंदुस्तान आवाम मोर्चा और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी ने मिलकर चुनाव लड़ा है. इस बार एनडीए ने 30 सीटें जीती हैं. जेडीयू और बीजेपी ने 12-12, लोजपा (रामविलास) ने 5 और HAM ने एक सीट पर जीत हासिल की है. बीजेपी को 5 सीटों का नुकसान हुआ है. बिहार में कुल 40 सीटें हैं.