दरभंगा जिले में आय से अधिक संपत्ति के मामले में योजना एवं विकास विभाग के जूनियर इंजीनियर अंसारुल हक के खिलाफ निगरानी विभाग ने बड़ी कार्रवाई की. निगरानी विभाग की टीम ने एक साथ चार ठिकानों पर छापेमारी की. इसमें दरभंगा स्थित उनका कार्यालय, शहर के भिगो मोहल्ले में उनके दो आवास और मधुबनी जिले के हरिराम गांव में स्थित उनका पैतृक घर शामिल है. छापेमारी निगरानी विभाग की विशेष अदालत के आदेश पर की गई.
बुधवार सुबह शुरू हुई यह कार्रवाई कई घंटों तक चली. निगरानी विभाग की टीम ने सभी ठिकानों पर गहन तलाशी ली. हालांकि, दरभंगा स्थित कार्यालय से कोई खास आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ. लेकिन अन्य तीन स्थानों से कुछ दस्तावेज और एक कंप्यूटर जब्त किया गया, जिसे टीम अपने साथ ले गई.
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शिकायत के बाद खुला आय से अधिक संपत्ति का मामला
निगरानी विभाग के डीएसपी शशि शेखर चौधरी ने छापेमारी की पुष्टि करते हुए बताया कि अंसारुल हक के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत निगरानी विभाग में दर्ज कराई गई थी. यह शिकायत खुद उनकी एक बहन द्वारा की गई थी. शिकायत मिलने के बाद निगरानी विभाग ने मामले की जांच शुरू की.
जांच के दौरान सामने आया कि जूनियर इंजीनियर अंसारुल हक के पास उनकी ज्ञात आय से कहीं अधिक संपत्ति है. निगरानी जांच में करीब 1 करोड़ 46 लाख रुपये की आय से अधिक संपत्ति होने के प्रमाण मिले, जिसके बाद इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई.
छापेमारी जारी, बरामदगी का इंतजार
डीएसपी शशि शेखर चौधरी ने बताया कि छापेमारी के दौरान कार्यालय से कुछ भी जब्त नहीं किया गया है, जबकि अन्य तीन ठिकानों से जो दस्तावेज और सामान मिले हैं, उनकी विस्तृत जानकारी फिलहाल सामने नहीं आई है. सभी जब्त सामग्री की जांच की जा रही है.
निगरानी विभाग का कहना है कि दस्तावेजों और कंप्यूटर की जांच के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी. फिलहाल पूरे मामले को आय से अधिक संपत्ति से जुड़ा मानते हुए जांच आगे बढ़ाई जा रही है. छापेमारी के बाद से विभागीय हलकों में भी इस कार्रवाई को लेकर चर्चा तेज हो गई है.