बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के मसौढ़ी में रविवार को एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया. इसके बाद जब वे हेलिकॉप्टर में सवार हुए, तो उनका हेलिकॉप्टर टेकऑफ नहीं कर सका. बताया जा रहा है कि हेलिकॉप्टर में ईंधन कम होने के कारण पायलट ने सुरक्षा कारणों से उड़ान नहीं भरी. इसके बाद नीतीश कुमार सड़क मार्ग से ही अपने आवास वापस लौट गए.
बता दें कि नीतीश कुमार पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार रामकृपाल यादव के लिए चुनावी रैली को संबोधित करने पहुंचे थे. चुनावी जनसभा को संबोधन के बाद वे वे हेलिकॉप्टर में सवार हुए. मगर, हेलिकॉप्टर में ईंधन कम होने के कारण पायलट ने सुरक्षा कारणों से उड़ान नहीं भरी.
'हेलिकॉप्टर में नहीं था पर्याप्त ईंधन'
बताया जा रहा है कि ये सुरक्षा में चूक का मामला नहीं है, इसे लापरवाही कहा जा सकता है. क्योंकि हेलिकॉप्टर में पर्याप्त ईंधन नहीं था.
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'मुख्यमंत्री नीतीश की फिसली जुबान'
बताते चलें कि रविवार को ही पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र के दनियावां में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया. इस जनसभा के दौरान उनका जुबान फिसल गई. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि बिहार की सभी 40 सीटों और देशभर में 400 से ज्यादा सीट जीतें. और नरेंद्र मोदी फिर से मुख्यमंत्री बनें. ताकि देश का विकास हो, बिहार का विकास हो. नीतीश ने कहा कि नरेंद्र मोदी तो प्रधानमंत्री हैं हीं और आगे भी रहबे करेंगे.
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वहीं, नीतीश कुमार ने आरजेडी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन लोगों ने कोई काम नहीं किया. 2005 से पहले शाम को डर की वजह से कोई घर से निकलने की हिम्मत नहीं करता था. काफी झगड़े होते थे, स्वास्थ्य और शिक्षा बदहाल थी. सड़कों की हालत जर्जर थी. उन्होंने कहा कि जब मैं सांसद था, तब कुछ ही जगहों पर सड़कें थी. बाकी सब जगह पैदल जाना पड़ता था. सीएम ने कहा कि उन लोगों (आरजेडी) को मौका मिला, लेकिन कोई काम नहीं किया.