कांवड़ यात्रा के लिए UP सरकार ने जारी की गाइडलाइंस, जानिए किन चीजों पर लगी पाबंदी

उत्तर प्रदेश में इस साल कांवड़ यात्रा को लेकर खासतौर पर पश्चिमी यूपी में सरकार ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं. कुछ दिनों में शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा में भाला, त्रिशूल जैसी चीजों को ले जाने पर पाबंदी लगाई गई है. वहीं रास्ते में अश्लील गाना बजाने की भी अनुमति नहीं होगी. हर पांच किलोमीटर पर विश्राम स्थल बनाया जाएगा.

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सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर

aajtak.in

  • लखनऊ,
  • 19 जून 2023,
  • अपडेटेड 11:50 PM IST

उत्तर प्रदेश में आगामी सावन महीने में शुरू होने वाले कांवड़ यात्रा को लेकर राज्य सरकार ने गाइडलाइंस जारी कर दी है. अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में निर्देश दिया गया है कि कांवड़ यात्रा के दौरान भाला, त्रिशूल और ऐसी अन्य वस्तुओं को लोगों को अपने पास रखने की अनुमति न दी जाए. इतना ही नहीं कांवड़ यात्रा मार्ग पर अश्लील गीत बजाने पर भी पाबंदी होगी.

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राज्य सरकार के प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद, ने पुलिस महानिदेशक (DGP) विजय कुमार (कार्यवाहक) के साथ यात्रा की व्यवस्था की समीक्षा करने के लिए एक बैठक की. बैठक में निर्णय लिया गया है कि हर पांच किलोमीटर पर कांवड़ियों के रुकने के लिए शिविरों के साथ इलाज की सुविधा भी प्रदान की जाएगी.

जुलाई के पहले हफ्ते में शुरू होगी यात्रा

जुलाई के पहले सप्ताह में शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा में हजारों शिव भक्त हरिद्वार से गंगा के पवित्र जल के साथ यात्रा पर निकलेंगे. राज्य सरकार की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि अधिकारियों को यात्रा शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित करने और तीर्थयात्रियों के लिए पर्याप्त व्यवस्था करने का निर्देश दिया है.

12 फुट से अधिक ऊंचे कांवड़ पर पाबंदी

यात्रा के दौरान 12 फुट से अधिक ऊंचे कांवड़, बरछी, त्रिशूल और इसी तरह की अन्य वस्तुओं को साथ ले जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. विश्राम शिविरों में इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि बजाए जाने वाले संगीत की आवाज उतनी ही हो जितने की अनुमति दी जाएगी. अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया है कि वे इस बात का विशेष ध्यान रखें कि यात्रा के दौरान 'अश्लील' गाने न बजाए जाएं.

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अधिकारियों को तीर्थयात्रियों के साथ विनम्र व्यवहार करने और महिला कांवड़ियों के लिए शौचालय और अन्य सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है. यात्रा के दौरान अधिकारियों को आपराधिक तत्वों पर कड़ी नजर रखने के लिए कहा गया है.

सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर कार्रवाई

इतना ही नहीं यात्रा के दौरान सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों पर भी नजर रखने को कहा गया. ऐसी गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए है. अधिकारियों ने बताया कि यात्रा के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश को पांच जोन में बांटा गया है.

साफ-सफाई का रखा जाएगा विशेष ध्यान

कार्यवाहक डीजीपी विजय कुमार ने कहा कि यात्रा मार्ग के दोनों तरफ साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि यह प्लास्टिक मुक्त हो. उन्होंने बैठक में उपस्थित हरियाणा, उत्तराखंड और दिल्ली के अधिकारियों से भी कहा कि वे समन्वय स्थापित करने के लिए यात्रा से जुड़े अधिकारियों की संख्या साझा करें.

ट्रैफिक डायवर्जन, पार्किंग और स्वास्थ्य शिविर लगाने की योजना भी तैयार की गई है. डीजीपी ने बताया कि यह बैठक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आयोजित की गई थी.


 

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